Microsoft Server Down: माइक्रोसॉफ्ट यूजर्स को माइक्रोसॉफ्ट 360, माइक्रोसॉफ्ट विंडोज, माइक्रोसॉफ्ट टीम, माइक्रोसॉफ्ट Azure, माइक्रोसॉफ्ट स्टोर और माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड-पावर्ड सर्विस को यूज करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा, माइक्रोसॉफ्ट 365 में खराबी की 900 से ज्यादा रिपोर्ट्स सामने आ चुकी हैं. 74 फीसदी यूजर्स को माइक्रोसॉफ्ट स्टोर में लॉगिन करने में दिक्कत आ रही है. वहीं, 36 फीसदी लोगों को ऐप यूज करने में दिक्कत आ रही है. इसके अलावा, कंपनी से जुड़े अन्य प्लेटफॉर्म्स को भी यूज करने में दिक्कत आ रही है.
अलग-अलग क्षेत्रों की सर्विस में आई दिक्कत
माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में आई खराबी के कारण न सिर्फ दुनियाभर के लैपटॉप और कंप्यूटर बंद हो गए हैं, बल्कि बैंकिंग सर्वर से लेकर फ्लाइट्स की उड़ान तक में भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड सर्विस में आई खराबी के कारण शुक्रवार को पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत के लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
भारत की विमान सेवाओं पर भी इसका बड़ा प्रभाव पड़ा है. एयर इंडिया, इंडिगो, अकासा एयर और स्पाइसजेट समेत कई एयरलाइन्स ने जानकारी दी है कि माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर थप पड़ने के कारण उन्हें कई तरह की तकनीकी खामियों का सामना करना पड़ रहा है. फ्लाइट की टिकट बुकिंग से लेकर वेब चेक इन करने तक की हर सर्विस में लोगों और एयरपोर्ट के स्टाफ दोनों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
इसी वजह से स्पाइस जेट ने एयरपोर्ट्स पर मैनुअल चैकिंग की प्रक्रियाओं को शुरू कर दिया है क्योंकि यात्री वेब चेक इन नहीं कर पा रहे हैं. स्पाइस जेट ने एक्स (पुराना नाम ट्विटर) पर इस बात की जानकारी दी है कि इस ग्लोबल आउटेज से पूरी एविएशन इंडस्ट्री प्रभावित हुई है.
भारत सरकार ने क्या कहा?
केंद्र सरकार ने साइबर आउटेज का संज्ञान लेते हुए कहा कि वह इस मुद्दे को हल करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ बातचीत कर रही है. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय इस आउटेज पर एक एडवाइजरी जारी कर सकता है.