शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में तकनीकी खराबी आई है. इसके बाद से दुनियाभर में टीवी टेलिकास्ट, बैंकिंग और कई कार्पोरेट कंपनियों का काम ठप पड़ गया है. इस आउटरेज की वजह की पहचान कर ली गई है और जल्द ही इस परेशानी को दूर कर लिया जाएगा.


सूत्रों की मानें तो माइक्रोसॉफ्ट जिस सॉफ्टवेयर फालकेन का इस्तेमाल करता है उसमें एक अपडेट आया था. अपडेट करते ही फाल्कन जहां जहां इस्तेमाल किया जाता था, सभी जगह दिक्कतें आई हैं. इसे ठीक होने में क़रीब 5 से 10 घंटे लग सकते हैं. सिस्टम ठप होने की वजह से सबसे ज्यादा असर एविएशन सेक्टर पर पड़ा है. एयरलाइंस कंपनियां ने फ्लाइट कैंसिल कर दी हैं. इसके अलावा, लंदन स्टॉक एक्सचेंज समेत दुनिया भर के अलग-अलग सर्वर ठप हो गए हैं. आईटी सेक्टर में भी इसका बुरा प्रभाव पड़ा है. माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर डाउन होने की ये घटना एक ग्लोबल आउटेज में तब्दील हो गई है. पूरी दुनिया में नेटवर्क सिस्टम बेहाल हो गया है. 


दरअसल, Crowdstrike नाम के अमेरिका बेस्ड साइबरसिक्योरिटी फर्म से जुड़े तकनीकी समस्या की वजह से माइक्रोसॉफ्ट के लैपटॉप्स में गड़बड़ी आ गई. इसके साथ ही Microsoft 365 ऐप्स और सर्विस में खामी का पता चला है. 


क्या होता है ब्लू स्क्रीन?


दरअसल, ब्लू स्क्रीन एरर को ब्लैक स्क्रीन एरर या फिर स्टॉप कोड एरर भी कहा जाता है. ऐसा तब होता है जब आपका सिस्टम अचानक बंद हो जाए या फिर से रिस्टार्ट होने लगे. इस तरह का एरर सॉफ्टवेयर या फिर हार्डवेयर से होता है. नए हार्डवेयर की वजह से भी ये दिक्कत आती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर लगातार यह समस्या बनी रहती है तो सेफ मोड में सिस्टम स्टार्ट किया जा सकता है. इसके अलावा, ऑपरेटिंग सिस्टम को भी अपडेट कर लेना चाहिए. 


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