Microsoft विशेष रूप से Azure संचालित AI प्लेटफॉर्म का विस्तार करने के लिए OpenAI के GPT-3 मॉडल को लाइसेंस देगा. OpenAI का GPT-3 मॉडल एक ऑटोरेग्रेसिव लेंगुएज मॉडल है जो इंसानों जैसा टेक्स्ट बना सकता है. जैसा कि हाल ही में Microsoft ब्लॉग पोस्ट में हाइलाइट किया गया है, GPT-3 दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे एडवांस्ड भाषा मॉडल है. यह 175 बिलियन पैरामीटर्स का उपयोग करता है और एज़्योर के एआई सुपर कंप्यूटर पर ट्रेंड है.


ये है Microsoft लक्ष्य
Azure का सुपर कंप्यूटर दुनिया में सबसे शक्तिशाली में से एक है और इसका उपयोग OpenAI के बड़े AI मॉडल को ट्रेंड करने के लिए किया जाता है. Microsoft का लक्ष्य GPT-3 का लाभ उठाकर नए प्रोडक्ट्स, सर्विस और एक्सपीरियंस को AI द्वारा संचालित करना है. Microsoft GPT-3 मॉडल को कॉमर्शियल और क्रिएटिव सेक्टर्स को बहुत प्रभावित करता है.


इन टेक्नोलॉजी पर है Microsoft की नजर
Microsoft टेक्नोलॉजी के कुछ संभावित उपयोगों को हाइलाइट करता है. राइटिंग और कंपोजिशन जैसे क्षेत्रों में ह्युमन क्रिएटिविटी और सरलता का सपोर्ट करना, लंबे-फॉर्म डेटा (कोड सहित) के बड़े ब्लॉक्स को डिस्क्राइब करना और नेचुरल लेंगुएज को दूसरी लेंगुएज में बदलना. माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि ये पॉसिबिलिटीज और आइडियाज हम टेबल पर लाना चाहते हैं.


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