पिछले छह सालों में देश में 4G की एंट्री के बाद काफी चीज़ें पूरी तरह से बदल चुकी हैं. 4G नेटवर्क से मिलने वाले तेज स्पीड के इंटरनेट ने हमारे काम करने के तरीके से लेकर, एंटरटेनमेंट और यहां तक पढ़ाई को भी आसान बना दिया है. कोरोना वायरस महामारी के दौरान भी 4G नेटवर्क लोगों के काम को आसान बनाने के लिए बेहद मददगार साबित हो रहा है. लेकिन भारत के एक महत्वपूर्ण हिस्से, अंडमान निकोबार द्वीप समूह में अब तक फास्ट 4G नेटवर्क उपलब्ध नहीं था.
भारत की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनियों में से एक, एयरटेल ने बीएसएनएल के साथ पार्टनरशिप कर अंडमान निकोबार को अल्ट्रा-फास्ट 4G नेटवर्क सर्विस मुहैया करवाई है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अंडमान निकोबार द्वीप समूह को इस सेवा की सौगात दी है.
चूंकि एयरटेल हमेशा ही अपने यूजर्स के फीडबैक को सुनते आया है और यही नहीं उनकी उम्मीदों पर भी खरा उतरता आया है, इसलिए कंपनी ने अंडमान निकोबार द्वीप को भी अल्ट्रा-फास्ट 4G नेटवर्क से लैस कर दिया है. हालांकि एयरटेल के लिए यह काम किसी चुनौती से कम नहीं रहा. Airtel ने चेन्नई से समुद्र के नीचे 2313 किलोमीटर की ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाकर अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर 4G सेवा शुरू की है. एयरटेल पहला ऐसा मोबाइल ऑपरेटर है जो कि अंडमान निकोबार पर 4G की अल्ट्रा हाई स्पीड मुहैया करवा रहा है. एयरटेल 2005 से ही अंडमान निकोबार में यूजर्स को मोबाइल सेवा उपलब्ध करवा रहा है. एयरटेल द्वीप समूह पर मोबाइल सेवा उपलब्ध करवाने वाला पहला नेटवर्क था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उम्मीद जताई है कि 4G सेवा लॉन्च होने से अंडमान निकोबार में पढ़ाई, बैंकिंग और ऑनलाइन दुनिया से जुड़े दूसरे कामों में तेजी देखने को मिलेगी. एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने इस उपलब्धि पर पीएम नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया है. सुनील भारती मित्तल ने कहा, ''फाइबर लाइन की वजह से भारत ने अपने डिजिटल ट्रांसमिशन में एक नया मुकाम हासिल किया है. हम पीएम मोदी के शुक्रगुजार हैं उन्होंने सर्विस को लॉन्च करने के लिए अपना बेहद कीमती वक्त निकाला.''
सुनील भारती ने 4G नेटवर्क के जरिए द्वीप पर बड़े बदलाव होने की उम्मीद जताई है. उन्होंने कहा, ''फाइबर लींक अंडमान निकोबार के लिए गेम चेंजर साबित होगा. अभी लोगों को फाइबर लिंक से 4G की सेवा मिलेगी और यह जल्द ही 5G की सेवा के लिए भी रास्ता बनाएगा. एयरटेल सरकार की डिजिटल इंडिया मुहिम के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़ा है. हमें उम्मीद है किटेलीकॉम डिपार्टमेंट दूरी को कम करने के लिए पुल का काम करेगा.''
बता दें कि अपने यूजर्स की समस्याओं का हल करने में भी एयरटेल सबसे आगे रहता है, एयरटेल ने अपने यूजर्स की परेशानी को कम करने के लिए जीरो कंप्लेंट मुहिम शुरू कर रखी है. एयरटेल की कोशिश इस मुहिम के जरिए अपने यूजर्स की समस्याओं को पूरी तरह से खत्म करने की है. एयरटेल अपने यूजर्स के इंडोर कवरेज, लॉकडाउन में रिचार्ज और स्लो डेटा जैसे सवालों के जवाब दे चुका है. और अंडमान द्वीप समूह में अल्ट्रा-फास्ट 4G नेटवर्क का लॉन्च भी उसी दिशा में एक नया और बेहतरीन कदम है.