युवाओं के बीच क्रेज बन चुके PUBG मोबाइल गेम को करीब दो महीने पहले साइबर सुरक्षा की चिंताओं को देखते हुए भारत में बैन किया गया था. सूत्रों के हवाले से खबर है कि पबजी भारत में फिर से वापसी कर सकता है.
जानकारी के मुताबिक PUBG Mobile की पेरेंट साउथ कोरियन कंपनी पिछले कुछ हफ़्तों से ग्लोबल क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ बातचीत कर रही है.
केंद्र सरकार के यूजर्स के डाटा को देश से बाहर स्टोर किए जाने पर चिंता जाहिर करते हुए कंपनी भारत के यूजर्स का डाटा भारत में ही स्टोर करने के लिए पार्टनर्स से बात कर रही हैं.
सूत्रों के मुताबिक गेमिंग के इस दिग्गज ने निजी तौर पर देश में कुछ हाई-प्रोफाइल स्ट्रीमर्स को सूचित किया है कि वह इस साल के अंत से पहले भारत में सेवा फिर से शुरू करने की उम्मीद कर रहा है.
कंपनी इस सप्ताह में भारत के लिए अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में एक घोषणा कर सकती है. सूत्रों का कहना है कि कंपनी अगले हफ्ते दिवाली के त्योहार के दौरान देश में मार्केटिंग अभियान चलाने की भी योजना बना रही है.
इंडस्ट्री के एक एग्जीक्यूटिव ने कहा कि हाल के हफ्तों में, PUBG ने सॉफ्टबैंक समर्थित पेटीएम और टेलीकॉम दिग्गज एयरटेल सहित कई स्थानीय कंपनियों के साथ बातचीत की है. ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे देश में लोकप्रिय मोबाइल गेम को प्रकाशित करने में रुचि रखते हैं या नहीं. हालांकि पेटीएम ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
चीनी दिग्गज Tencent ने शुरू में भारत में PUBG मोबाइल ऐप पब्लिश किया था. नई दिल्ली द्वारा PUBG मोबाइल पर प्रतिबंध लगाने के बाद, गेमिंग फर्म ने देश में Tencent के साथ प्रकाशन संबंधों में कटौती की. प्रतिबंध से पहले, PUBG मोबाइल की सामग्री को Tencent क्लाउड पर होस्ट किया गया था.
भारत में 50 मिलियन से अधिक मासिक एक्टिव यूजर्स के साथ, PUBG मोबाइल देश में प्रतिबंधित होने से पहले अब तक का शायद सबसे लोकप्रिय मोबाइल गेम था.
हांलाकि पबजी की वापसी इंडस्ट्री के कई प्लेयर्स के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है जो कि इसकी गैरमौजूदगी में इस जैसा कोई और गेम को डेवलप कर रहे हैं.
गौरतलब है कि भारत सरकार ने पबजी समेत 118 मोबाइल ऐप्स पर दो सितंबर को प्रतिबंध लगा दिया था. डाटा सिक्योरिटी को लेकर इन सभी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया गया था.
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