रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच युद्ध से जहां कच्चे तेल की कीमतें बढ़ रहीं हैं और कई चीजें प्रभावित हो रहीं हैं. कोरोना की वजह से पिच शॉर्टेज की वजह से पहले से प्रभावित इलेक्ट्रॉनिक और मोबाइल इंडस्ट्री पर भी इस युद्ध का असर पड़ सकता है. एक्सपर्ट की मानें तो युद्ध की वजह से स्मार्टफोन की कीमत पर भी असर पड़ सकता है.  


इस तरह पड़ेगा असर


रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन नियॉन गैस का बहुत बड़ा उत्पादक देश है. इस गैस का इस्तेमाल चिप बनाने में इस्तेमाल होने वाले लेजर के लिए किया जाता है. ये U.S. Semiconductor-Grade Neon का 90 फीसदी हिस्सा भेजता है. वहीं पैलेडियम के मामले में भी दुनिया की निर्भरता रूस पर ही है. रूस इशका 35 फीसदी सप्लाई करता है. इस दुर्लभ मेटल का भी इस्तेमाल सेमीकंडक्टर बनाने में किया जाता है. अब क्योंकि रूस और यूक्रेन के बीच में तनाव है तो कई कंपनियां इससे प्रभावित होंगी. इसके अलावा अमेरिका के प्रतिबंध की वजह से भी रूस से माइक्रोचिप की सप्लाई रुक जाएगी.


क्या है विकल्प


इन कंपनियों के पास चीन, अमेरिका और कनाडा का विकल्प हो सकता है. ये कंपनियां वहां से इन चीजों को मैनेज कर सकती हैं, लेकिन यह नाकाफी और काफी स्लो होगा. अगर रूस औऱ यूक्रेन के बीच युद्ध 8-10 दिन औऱ चला तो 15-20 दिन बाद इन मोबाइल कंपनियों के लिए चीजों को मैनेजर करने में दिक्कत आ सकती है. इससे सेमीकंडक्टर और मोबाइल में यूज होने वाले माइक्रोचिप की सप्लाई भी ठप होकर रह जाएगी.


ये भी पढ़ें


व्हाट्सऐप पर 9 चीजें जो आपको 'मुसीबत' में डाल सकती हैं


एमेजॉन की लैपटॉप डील में सबसे ज्यादा डिस्काउंट और ऑफर मिल रहे हैं इस Laptop पर