SmartPhone Tips: आप समय-समय पर बॉलीवुड (Bollywood) से लेकर स्पोर्ट्स सेलिब्रिटी (celebrity) और नेताओं की पर्सनल फोटो-वीडियो (Photo-Video) के लीक होने की खबर पढ़ते होंगे. पिछले 1 साल में इस तरह के कई मामले सामने आए जिनमें बड़ी हस्तियों की निजी फोटो लीक हुई. इसके बाद से लोग जानना चाहते हैं कि आखिर पासवर्ड प्रोटेक्टेड होने के बाद भी सेलिब्रिटी या दूसरे लोगों के फोन से फोटो और वीडियो कैसे लीक हो जाते हैं. अगर आपके मन में भी ये सवाल है तो हम आपको आज बताएंगे इसका जवाब. आपको एक-एक कर बताएंगे कि आखिर कैसे फोन से फोटो औऱ वीडियो लीक हो जाते हैं.


1. मैलेशियस सॉफ्टवेयर


फोटो और वीडियो के लीक होने में मैलेशियस सॉफ्टवेयर (Malicious app)  का रोल सबसे बड़ा होता है. इस तरह के सॉफ्टवेयर (Software) या ऐप आपके फोन पर नजर रखते हैं. ये मौका पाते ही आपके फोटो-वीडियो को चुराकर उन्हें लीक कर देते हैं. इसे अलग-अलग सर्वर पर भी अपलोड कर देते हैं. दरअसल जब आप अनजान या किसी बाहरी ऐप को इंस्टॉल करते हैं तो वे आपसे कई तरह की परमीशन मांगते हैं. उन्हीं परमीशन में से एक है फोटो गैलरी का एक्सेस. जब आप इस एक्सेस को दे देते हैं तो ऐसे ऐप आपके फोन से फोटो और वीडियो चुरा लेते हैं.


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2. पासवर्ड गेसिंग 


हैकर्स पासवर्ड गेसिंग (Password Guessing) के जरिए भी सेलिब्रिटी (Celebrity) के फोटो और वीडियो तक पहुंचते हैं. इस क्रम में ये लोग किसी के पासवर्ड (Password) को गेस करने के लिए अलग-अलग सॉफ्टवेयर का सहारा लेते हैं. अगर आपका पासवर्ड आसानी से याद होने वाला है तो सॉफ्टवेयर उसे आसानी से क्रैक कर सकता है. इस स्टेप में पासवर्ड गेसिंग से ट्रायल और एरर मैथड के जरिए कॉमन पासवर्ड का इस्तेमाल करते हुए कंप्यूटर पासवर्ड का तुक्का लगाने का प्रयास करता है.


3. सिस्टम लेवल अटैक


एक और तरीका जिससे आपका डेटा लीक होता है, वो है सिस्टम लेवल अटैक. इसमें हैकर्स मोबाइल (Mobile) या दूसरे डिवाइस को हैक कर लेते हैं. इसके बाद वो फोन से फोटो और वीडियो चुराते हैं.


4. क्लाउड स्टोरेज से


कई लोग फोन की मेमोरी खाली करने के लिए फोटो और वीडियो का बैकअप गूगल ड्राइव (Google Drive), गूगल फोटोज (Google Photos), आई-क्लाउड (iCloud) जैसे क्लाउड स्टोरेज पर रखते हैं. हैकर्स यहां से भी आपका डेटा चुराते हैं.


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5. सोशल इंजीनियरिंग


फोटो (Photo) और वीडियो (Video) में सेंध लगाने का यह तरीका भी काफी यूज किया जाता है. इसके तहत हैकर्स (Hackers) सोशल इंजीनियरिंग के जरिए जरूरी जानकारी यूजर्स से शेयर करवाते हैं. इसी के तहत आपको भरोसे में लेकर कोई आपसे आपका फोन किसी काम के लिए मांगता है. आप भरोसे में उसे फोन दे भी देते हैं, लेकिन वह शख्स काम के बहाने आपके फोन में मौजूद निजी फोटो और वीडियो को लीक कर देता है.