Smartphone Market Share 2022: मुद्रास्फीति की ऊंची होती दर और डॉलर के मुकाबले कमजोर होते रुपये का मूल्य इस फेस्टिव सीजन में स्मार्टफोन की बिक्री कम होने की आशंकाओं को जन्म दे दिया है. जबकि मार्केट ट्रैकर्स पहले से ही स्मार्टफोन के लिए वार्षिक शिपमेंट अनुमानों में कटौती कर रहे हैं, ऐसे में इन आशंकाओं के सच साबित होने के संकेत मिल रहे हैं. लागत में बढ़ोत्तरी के कारण स्मार्टफोन की कीमतों में वृद्धि निर्माताओं के लिए त्योहारी सीजन की मांग को प्रभावित कर सकती है.
ये हैं स्मार्टफोन महंगे होने के कारण
यह स्थिति डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने से उत्पन्न हुई है, जिससे स्मार्टफोन की उत्पादन लागत बढ़ रही है. भारत में एक मजबूत विनिर्माण आधार के बावजूद, अधिकांश पार्ट्स अन्य देशों से आयात किए जाते हैं, जिनका डॉलर में कारोबार होता है.
विशेषज्ञों की क्या है राय
काउंटरप्वाइंट रिसर्च के शोध निदेशक तरुण पाठक ने कहा कि इस स्थिति के कारण, ब्रांड कुछ समय के लिए रुपए में सुधार की उम्मीद से पार्ट्स की सोर्सिंग में देरी कर सकते हैं, इससे नए लॉन्च में देरी हो सकती है.
एक अन्य विशेषज्ञ फैसल ने कहा, "आज स्मार्टफोन जरूरी हैं, अपग्रेड एक व्यक्ति के बजट और अतिरिक्त बचत पर निर्भर करता है कि कोई व्यक्ति स्मार्टफोन के लिए कितना पैसा खर्च कर सकता है. कुछ लोग हर साल अपने स्मार्टफ़ोन को अपग्रेड करते हैं लेकिन हर वस्तु की बढ़ी हुई कीमत के कारण स्मार्टफोन के लिए अतिरिक्त बजट बचा पाना मुश्किल है."
क्यों कम हुई है डिमांड
मुद्रास्फीति के अलावा, विश्लेषकों का कहना है कि बजट सेगमेंट में कम लॉन्च होने के कारण स्मार्टफोन की मांग कमजोर हुई है, जो कि कीमत के प्रति जागरूक भारत के बाजार में बिक्री में सबसे अधिक मात्रा में है. आपूर्ति श्रृंखला की कमी, 4जी चिप्स की कमी और उच्च लॉजिस्टिक लागत के कारण ब्रांड्स ने इस साल स्मार्टफोन्स कीमतों में बढ़ोतरी की है, जिससे औसत बिक्री मूल्य 16,000 रुपये तक पहुंच गया है.
ब्रांड्स को क्या करना चाहिए
स्ट्रैटेजी एनालिटिक्स के वरिष्ठ विश्लेषक अभिलाष कुमार का कहना है कि, स्मार्टफोन की मांग पर किसी और प्रभाव को रोकने के लिए ब्रांडों के पास अभी के लिए बढ़ी हुई लागत को दबा कर रखने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है. कुमार ने कहा कि, " कंपनियां उपकरणों पर मौजूदा छूट को हटा सकती हैं या अगर बढ़ोतरी भी होती है, तो यह बहुत मामूली (1% के भीतर) होगी।"
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