पॉपुलर इंस्टेंट मेसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप का एक फीचर आजकल काफी चर्चा में है. इसका कारण ये है कि 'क्लिक टू चैट' फीचर को इस्तेमाल करने वाले यूजर्स का फोन नंबर गूगल सर्च रिजल्ट में दिखाई दे रहा है. दरअसल, क्लिक टू चैट फीचर के जरिए एक लिंक क्रिएट हो जाता है और यूजर्स अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों के साथ जुड़ सकते हैं. गूगल क्लिक टू चैट फीचर लिंक के मेटाडेटा से फोन नंबर निकाल लेता है, जिसके बाद ये गूगल सर्च इंडेक्स में दिखने लगता है.
एक रिसर्च ने इस खामी को डेटा लीक बताया है. दावा है कि तीन लाख व्हाट्सऐप यूजर्स के फोन नंबर सार्वजनिक हो गए हैं. हालांकि, यह मुद्दा उतना गंभीर नहीं है जितना बताया जा रहा है क्योंकि सिर्फ उन यूजर्स के फोन नंबर को गूगल सर्च इंडेक्स में दिखाता है जिन्होंने यूआरएल बनाकर पब्लिक करने का ऑप्शन चुना है. साथ ही, व्यक्ति का नाम या अन्य निजी जानकारी भी गूगल सर्च पर नहीं दिख रही है.
क्या है 'क्लिक टू चैट' फीचर
व्हाट्सऐप का 'क्लिक टू चैट' फीचर यूजर्स को एक युआरएल या लिंक बनाने की अनुमति देता है. इसके जरिए कोई भी व्यक्ति सीधे आपके व्हाट्सऐप प्रोफाइल से जुड़ सकता है. चैट करने वाले व्यक्ति का नंबर सेव करने की जरूरत नहीं पड़ती है. मैसेजिंग ऐप पर सीधे लिंक के जरिए दूसरे व्यक्ति से चैटिंग या कॉल कर सकते हैं.
'क्लिक टू चैट' फीचर का इस्तेमाल ज्यादातर व्यापारी अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए कर रहे हैं. कई व्यापारी अपने ग्राहकों को उनका नंबर सेव करने की आवश्यकता के बिना जुड़ने का ऑप्शन देते हैं.
गूगल सर्च इंडेक्स पर यूजर का मोबाइल नंबर दिखने की समस्या को पहली बार व्हाट्सऐप के फीचर ट्रैकर WaBetaInfo ने इस साल फरवरी में रिपोर्ट किया था. तभी से मुद्दा चर्चा में हैं क्योंकि लिंक के जरिए यादृच्छिक लोग बिना अनुमति के निजी समूहों में शामिल हो सकते थे.
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