Most Expensive Car: लग्जरी कारों की अगर बात की जाए तो सबसे पहले जुबां पर मर्सिडीज बेंज का नाम आता है. जर्मन कार कंपनी मर्सिडीज बेंज ने नया कीर्तिमान अपने नाम किया है. खबरें हैं कि साल 1955 मॉडल की स्पोर्ट्स कार मर्सिडीज बेंज 300 एसएलआर सिल्वर एरो एक प्राइवेट ऑक्शन में 1105 करोड़ रुपये में नीलाम हुई है. हालांकि कंपनी की तरफ से अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.
अगर ऐसा हुआ है तो इसने 1962 के मॉडल की फरारी 250 जीटीओ का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मर्सिडीज-बेंज ने बाजार में बिकने वाली सबसे महंगी कार का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. यूके बेस्ड एक वेबसाइट हैगर्टी के मुताबिक एक जर्मन कार मेकर ने Mercedes-Benz 300 SLR कार को काफी ज्यादा कीमत में बेचा है.
1950 के दशक में मर्सिडीज बेंज ने बनाए थे सिर्फ दो मॉडल
जो रिपोर्ट मिली हैं उनके मुताबिक मर्सिडीज बेंज 300 एसएलआर दुनिया की सबसे महंगी नीलाम होने वाली कार बन गई है. मर्सिडीज ने इसे 1950 के दशक में बनाकर तैयार किया था और इस कार के सिर्फ मॉडल तैयार किए थे. तब से इनकी देखभाल खुद कंपनी मर्सिडीज बेंज ही कर रही थी. माना जा रहा है कि कंपनी ने नीलामी को सीक्रेट रखा था और केवल 10 लोगों को बुलाया गया था जो ऑटोमोबाइल फील्ड से जुड़े हुए थे. कंपनी ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि कंपनी चाहती थी इस कार को कोई थर्ड पार्टी न खरीदे. कहा जा रहा है कि मर्सिडीज बेंच को एक अमेरिकन बिजनेसमैन डेविड मैकनील ने खरीदा है.
10 ऑटोमोबाइल संग्राहकों ने लगाई बोली
हेगर्टी के अनुसार, माना जाता है कि मर्सिडीज-बेंज की ओर से एक गुप्त नीलामी हुई थी. नीलामी कंपनी ने सावधानीपूर्वक चुने गए केवल 10 ऑटोमोबाइल संग्राहकों की पेशकश की जो न केवल बोली लगाने के लिए पर्याप्त समृद्ध थे बल्कि जर्मन कार निर्माता की कठोर योग्यताओं को भी पूरा करते थे. फर्म यह सुनिश्चित करना चाहती थी कि जिसने भी सिल्वर एरो रेसिंग कार की देखभाल की, उसके साथ मर्सिडीज की तरह ही देखभाल और ध्यान दिया गया और वे कार को किसी तीसरे पार्टी को बेचने के बजाय घटनाओं में साझा करना जारी रखेंगे.
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