मुंबई में Digital Arrest का एक नया मामला सामने आया है. यहां स्कैमर्स ने एक 86 वर्षीय महिला को दो महीने से अधिक समय तक डिजिटल अरेस्ट में रखा और उससे 20 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर ली. इस स्कैम की शुरुआत पिछले साल दिसंबर में हुई थी और फरवरी में जाकर इसका पता चला. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और स्कैमर्स को ढूंढने की कोशिश में लगी हुई है.
26 दिसंबर से शुरू हुआ था स्कैम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 26 दिसंबर, 2024 को 86 वर्षीय बुजुर्ग महिला के पास एक कॉल आई. कॉल करने वाले ने खुद को पुलिसकर्मी बताया और महिला को डराने के लिए कहा कि गैरकानूनी गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहे एक बैंक अकाउंट को खोलने के लिए उसके आधार कार्ड का दुरुपयोग हुआ है. स्कैमर्स ने उसे कानूनी कार्रवाई का डर दिखाते हुए कहा कि अगर उसने बात नहीं मानी तो उसके परिवार के लोगों को इस मामले में फंसा दिया जाएगा.
स्कैमर्स की बातों में आ गई पीड़िता
स्कैमर्स की बातों में आकर महिला ने अपने परिवारजनों को केस बचाने के लिए पैसे ट्रांसफर करने शुरू कर दिए. स्कैमर्स ने उसे लगातार डिजिटल अरेस्ट में रहने को कहा और अलग-अलग खातों में पैसे ट्रांसफर करवाने शुरू कर दिए. 26 दिसंबर से शुरू होकर 3 मार्च तक चले इस स्कैम में स्कैमर्स ने महिला से कुल 20.25 करोड़ रुपये की ठगी कर ली. बाद में महिला ने पुलिस में इस मामले की शिकायत दी.
ऐसे स्कैम से खुद को कैसे सुरक्षित रखें?
आजकल डिजिटल अरेस्ट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अगर आपके पास कोई सरकारी अधिकारी बनकर फोन या वीडियो कॉल करता है तो घबराएं न. डरकर उसकी बातों में आने की बजाय संबंधित विभाग से संपर्क करें. इसके अलावा कॉल करने वाले व्यक्ति की पहचान जरूर सत्यापित करें. किसी भी अनजान या संदिग्ध व्यक्ति से किसी भी तरह का लेनदेन न करें और न ही ऐसे व्यक्ति से अपनी कोई जानकारी शेयर करें.
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