NavIC in Every 5G Phone: इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि 2025 के अंत तक सभी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों को मोबाइल में NavIC की सुविधा देनी होगी. उन्होंने कहा कि या तो कंपनियां मोबाइल फोन में NavIC पॉवर्ड चिप्स का इस्तेमाल कर सकती हैं या फिर NavIC चिसपेट दे सकती हैं. बता दें, एप्पल ने अपनी नई सीरीज में NavIC का सपोर्ट दिया है. आपको iPhone 15 pro और Pro Max में ये सर्विस मिलेगी. जिन लोगों को नहीं पता कि NavIC क्या है तो दरअसल, इसे अंग्रेजी में Navigation with Indian Constellation कहते हैं. ये एक भारतीय जीपीएस सिस्टम है जिसे ISRO ने तैयार किया है. इसकी मदद से देश की निर्भरता अमेरिका के जीपीएस सिस्टम से खत्म हो जाएगी.


कंपनियों को मिलेगा इंसेंटिव


राज्य मंत्री ने कहा कि 5G स्मार्टफोन को 1 जनवरी 2025 तक NavIC (नेविगेशन विद इंडियन कांस्टेलेशन) को सपोर्ट करना होगा और अन्य मोबाइल कंपनियों को दिसंबर 2025 तक अपने फोन में ये सर्विस देनी होगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव या पीएलआई योजना के अगले दौर में सिस्टम डिजाइन में भारतीय निर्मित या डिज़ाइन किए गए NavIC-समर्थक चिप्स का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहन भी दे सकती है. यानि कंपनियों को कुछ फायदा मिलेगा.   


NDMA और INCOIS कर रहा इस्तेमाल 


फिलहाल देसी जीपीएस का इस्तेमाल आर्मी और NDMA द्वारा किया जा रहा है. NDMA नाविक का इस्तेमाल भूस्खलन, भूकंप, बाढ़ और हिमस्खलन जैसी प्रमुख प्राकृतिक आपदाओं के लिए चेतावनी प्रसार प्रणाली के लिए कर रही है. इसके अलावा गहरे समुद्र में जाने वाले मछुआरों को चक्रवात, ऊंची लहरें और सुनामी से जुडी चेतावनी देने के लिए भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना प्रणाली केंद्र (INCOIS) भी इसका इस्तेमाल कर रहा है.


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