चीन के साथ कनेक्शन के आरोपों के बाद मीडिया कंपनी न्यूज क्लिक को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. जब से ये खबर सामने आई है कि न्यूज क्लिक को चीन से फंडिंग मिलती रही है, उसे विवादों का सामना करना पड़ रहा है. कई नेता व सामाजिक कार्यकर्ता न्यूज क्लिक पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. मीडिया कंपनी पहले भी पैसों के हेर-फेर के आरोपों को लेकर ईडी का निशाना बन चुकी है. अब एलन मस्क की ओर से भी कंपनी को झटका लगा है.


एक्स हैंडल पर मिल रहा ये अपडेट


विवादों में घिरने के बाद न्यूज क्लिक का एक्स (पूर्ववर्ती ट्विटर) अकाउंट सस्पेंड हो गया है. न्यूज क्लिक का हैंडल खोलने पर वहां एलन मस्क की सोशल मीडिया कंपनी की ओर से बताया जा रहा है कि उक्त अकाउंट को सस्पेंड कर दिया गया है. वहां कहा गया है कि ट्विटर हर वैसे अकाउंट को सस्पेंड कर देती है, जो उसके नियमों का उल्लंघन करता है.




हाल ही में हुई ट्विटर की रिब्रांडिंग


एलन मस्क ने हाल ही में अपनी सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर को एक्स के तौर पर रिब्रांड किया है. इस रिब्रांडिंग के तहत सोशल मीडिया कंपनी का लोगो भी बदल गया है. ट्विटर को खरीदने के बाद एलन मस्क उसमें लगातार बदलाव कर रहे हैं. रिब्रांडिंग से पहले वह ट्विटर में बड़े पैमाने पर छंटनी भी कर चुके हैं.


अभी साफ नहीं हो पाई है ये बात


रही बात न्यूज क्लिक के अकाउंट को सस्पेंड किए जाने की तो अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह एक्शन सरकार के कहने पर लिया गया है या एलन मस्क की कंपनी ने स्वतंत्र तौर पर यह कार्रवाई की है. फेसबुक से लेकर ट्विटर जैसी सोशल मीडिया कंपनियां हर साल विभिन्न सरकारों के अनुरोध पर लाखों अकाउंट को सस्पेंड करती हैं. इस बारे में विवाद होने पर हाल ही में एलन मस्क ने साफ किया था कि उनकी कंपनी या खुद वह किसी देश के कानून से ऊपर नहीं हैं.


इस खोजी रिपोर्ट ने गरमाया मामला


न्यूज क्लिक के ताजा विवाद के जोर पकड़ने का कारण न्यूयॉर्क टाइम्स की एक ताजी रिपोर्ट है. न्यूयॉर्क टाइम्स ने उक्त खोजी रिपोर्ट में बताया है कि न्यूज क्लिक चीन से फंडिंग लेकर भारत में चीनी प्रोपेगैंडा के तहत काम कर रही थी. रिपोर्ट के अनुसार, न्यूज क्लिक एक ऐसे वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा थी, जिसे उस अरबपति सिंघम से पैसे मिले थे, जो कथित तौर पर चीनी सरकारी मीडिया मशीनरी के साथ मिलकर काम करता है. बताया जाता है कि चीनी सरकार दुनिया भर में अपना प्रोपेगैंडा फैलाने के लिए सिंघम के जरिए प्रभावशाली लोगों व मीडिया संस्थानों को करोड़ों-अरबों की फंडिंग करती है.


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