स्मार्टफोन पर औसतन सबसे ज्यादा समय बिताते हैं भारतीय, यहां जानें आंकड़े
स्मार्टफोन के बढ़ते यूज के मामले में भारत के लोग दुनियाभर में सबसे ज्यादा समय बिताते हैं. नोकिया की मोबाइल ब्राडबैंड इंडिया ट्रैफिक इंडेक्स (एमबिट) 2021 रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है.
मोबाइल ब्राडबैंड यूज पर नोकिया की एक ताजा रिपोर्ट सामने आई है. जिसके मुताबिक भारत में लोग अन्य देशों की तुलना में समार्टफोन पर औसतन ज्यादा समय बिताते हैं. रिपोर्ट के अनुसार भारत में स्मार्टफोन पर छोटे वीडियो देखने पर बिताया जा रहा औसत समय 2025 तक चार गुना हो जाएगा. नोकिया की मोबाइल ब्राडबैंड इंडिया ट्रैफिक इंडेक्स (एमबिट) 2021 रिपोर्ट कल जारी की गई, इसके अनुसार भारतीयों ने स्मार्टफोन पर प्रतिदिन लगभग पांच घंटे खर्च किए.
सबसे ज्यादा समय बिताते हैं भारतीय भारतीयों ने स्मार्टफोन पर प्रतिदिन लगभग पांच घंटे खर्च किए जो कि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है. रिपोर्ट के अनुसार भारत में साल 2020 में डेटा ट्रैफिक में 4G का करीब 99 प्रतिशत योगदान था. रिपोर्ट की मानें तो भारत में पांच साल में डेटा ट्रैफिक में लगभग 60 गुना वृद्धि हुई है. डेटा कंज्यूमिंग में भारत बड़े बाजारों में शामिल है और यहां प्रति माह प्रति उपभोक्ता मोबाइल डेटा उपयोग 13.5 GB से अधिक हो रहा है.
डेटा यूज में 63 प्रतिशत हुई वृद्धि रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल पर ब्राडबैंड के सबसे अधिक इस्तेमाल के मामले में फिनलैंड के बाद दूसरा स्थान भारत का है. नोकिया के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर अमित मर्वाहा ने रिपोर्ट जारी करते हुए कहा, "पिछले पांच साल में भारत में डाटा यूज में 63 गुना वृद्धि हुई है. यह एक बड़ी बात है, एक रिकार्ड है. मुझे नहीं लगता कि कोई और देश या क्षेत्र इस रिकार्ड को तोड़ सकता है."
हर साल 76 फीसदी बढ़ रहा यूज इस रिपोर्ट में पता चला है कि भारत में प्रति माह प्रति यूजर डाटा का यूज साल दर साल 76 प्रतिशत की दर से बढ रहा है. 3G और 4G नेटवर्क पर यह 13.7 जीबी (गीगा बाइट) तक पहुंच गया है. पिछले साल भारत में एक सामान्य यूजर का मोबाइल डाटा यूज चार गुना बढ गया और यह औसतन पांच घंटा प्रति दिन तक पहुंच गया. मर्वाह ने कहा कि 2020 में घर से काम करने की जरूरत के कारण डाटा का उपभोग तेजी से बढ़ा.
छोटी वीडियो में खर्च हो रहा 55 फीसदी डेटा नोकिया की इस नई रिपोर्ट के मुताबिक 55 प्रतिशत डाटा छोटी सामग्री देखने पर खर्च किया जाता है जो यूट्यूब जैसे चैनलों पर उपलब्ध होती हैं. इसके मुताबिक भारत में आने वाले समय में फाइबर-टू-द-होम (एफटीटीएच) और फिक्स्ड वायरलेस डाटा का तेजी से विस्तार होगा. मर्वाह ने कहा कि उपभोग के रुझानों को देखते हुए भारत में 5G मोबाइल सेवाओं को अब शुरू करने का पक्ष मजबूत दिखता है.
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