Mushroom Chip: मशरूम अब केवल खाने के लिए ही नहीं, मोबाइल और कम्प्यूटर की चिप बनाने में भी होगा इसका उपयोग
Mushroom Chip for Mobile: मशरूम से चिप बनने से दुनिया में हर साल फैल रहे तकरीबन 5 करोड़ टन इलेक्ट्रिक कचरे में कमी आएगी और इसका सीधा सकारात्मक असर पर्यावरण पर भी दिखाई देगा.
Mushroom as a Polymer Chip Substitute: एक तरफ दुनिया तरक्की की तरफ बढ़ रही है, तो दूसरी तरफ वही तरक्की इलेक्ट्रानिक कचरे के रूप में दुनिया को नुकसान पहुंचने का काम कर रही है. जिसमें एक बड़ा हिस्सा इलेक्ट्रानिक चिप्स और बैटरी का है. इन्हे बनाने में जिस प्लास्टिक का प्रयोग किया जाता है. उसे रिसाइकिल नहीं किया जा सकता है, लेकिन वैज्ञानिकों ने हाल ही में इसके लिए मशरूम के रूप में एक सब्स्टीट्यूट खोज निकला है. जिसे और दावा किया जा रहा है कि इसे इलेक्ट्रानिक चिप के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है.
रिसाइकिल नहीं होती पॉलिमर चिप
ऑस्ट्रेलिया की जोहान्स केपलर यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक मार्टिन कालटेनब्रनर के मुताबिक, वर्तमान में हम इलेक्ट्रिक डिवाइस में प्रयोग होने वाली जिन चिपों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्हें रिसाइकिल नहीं किया जा सकता है. अगर उन्हें रिसाइकिल किया जा सके, तो इन्हे दोबारा प्रयोग में लाया जा सकता है.
प्लास्टिक का विकल्प बनेगा मशरूम
मार्टिन और उनकी टीम ने हाल ही में सड़ते हुए पेड़ों पर उगने वाले मशरूम की गैनोडर्मा लूसीडम प्रजाति को चिप के सब्सट्रैक्ट के रूम सभी मानकों पर खरा पाया है. जिससे इसे इलेक्ट्रिक चिप में प्लास्टिक की जगह उपयोग करने की उम्मीदें बढ़ गयीं हैं.
दरअसल गैनोडर्मा मशरूम की ऊपरी सतह की खोज एक अच्छे इंसुलेटर के रूप में हुई है, जो 200 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान सहने की छमता रखता है. जो अभी प्लास्टिक पॉलिमर से बनने वाली चिप का एक बेहतर विकल्प बन सकता है. जबकि प्लास्टिक पॉलिमर वाली चिप को अभी ख़राब होने पर फेक दिया जाता है.
बैटरी और ब्लूटूथ में भी आएगा काम
गैनोडर्मा मशरूम की ऊपरी सतह इतनी मजबूत है, कि ये सालों तक सुरक्षित रह सकती है. और इसे अलग अलग उपकरणों में प्रयोग किया जा सकता है. इसे चिप के अलावा आम बैटरी बनाने में भी उपयोग में लिया जा सकता है. इसके अलावा इसका प्रयोग कम पावर वाले ब्लूटूथ सेंसर में भी किया जा सकता है