Instagram Reels, Josh, Moj, Roposo जैसी एप्लीकेशन पर शॉर्ट वीडियो बनाने वाले एक्टिव यूजर्स की संख्या साल 2025 तक 65 करोड़ पर पहुंच सकती हैं. रिसर्च करने वाली कंपनी रेडसीर ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी. रेडसीर की रिपोर्ट ‘एंटरटेनमेंट एंड एडवर्टाइसिंग राइडिंग द डिजिटल वेव’ के अनुसार छोटी वीडियो बनाने वाली यह कैटेगरी भारत में सबसे अधिक समय बिताने के मामले में दूसरी सबसे बड़ी कैटेगरी के रूप में उबरने के लिए पूरी तरह तैयार है. फेसबुक और गूगल पर समय बिताने के मामले में भारत में सबसे आगे हैं.
2025 तक हो सकते हैं 65 करोड़ यूजर्स
रिपोर्ट में कहा गया, "शॉर्ट वीडियो कैटेगरी में साल 2025 तक यूजर्स की संख्या बढ़कर 65 करोड़ के आंकड़े को छू सकती है. यह कैटेगरी टेलीविजन को पीछे छोड़ कर दूसरा स्थान हासिल कर सकती है." रिपोर्ट में कहा गया है कि इस कैटेगीर में यूजर्स की संख्या में होने वाले इजाफे का प्रमुख कारण साल 2025 तक देश में 30 करोड़ नए इंटरनेट यूजर्स का जुड़ना हो सकता है.
छोटे शहरों में हैं ज्यादा यूजर्स
अभी में इस शॉर्ट वीडिया बनाने वालों की संख्या 4 से 5 करोड़ है. शॉर्ट वीडियो बनाने वाले अधिकतर छोटे शहरों और गावों से हैं. रिसर्च कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि चीन के ऐप टिकटॉक पर पिछले साल जून में बैन लगा दिया गया था, जिसके बाद भारत के शॉर्ट वीडियो ऐप अब काफी यूजर्स के बीच काफी पॉपुलर हो चुके हैं और उनमें कंपनियां तकनीकी और अन्य सुधार कर रही हैं. इनकी संख्या तेजी से बढ़ रही है.
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