Google को टक्कर देने आ रहा OpenAI का सर्च इंजन! जानिए खासियत और डिटेल
OpenAI: ओपनएआई गूगल को टक्कर देने के लिए दुनियाभर के यूजर्स के लिए एक नया सर्च इंजन बना सकता है. आइए हम आपको इस नई और बड़ी ख़बर के बारे में बताते हैं.
OpenAI Search Engine: आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई टेक्नोलॉजी की चर्चाएं आजकल काफी ज्यादा हो रही है. पिछले कुछ महीनों में इस टेक्नोलॉजी ने काफी लोकप्रियता हासिल की है और यह दिन-प्रतिदिन डेवलप भी होती जा रही है. इस टेक्नोलॉजी की शुरुआत करने वाली कंपनियों में से एक OpenAI अब गूगल को टक्कर देने की प्लानिंग कर रही है.
गूगल को टक्कर देने आएगा नया सर्च इंजन?
दरअसल, चैटबॉट यानी ChatGPT सर्विस की शुरुआत करने वाली कंपनी OpenAI अब एक नया सर्च इंजन बना सकती है. अगर ऐसा होता है तो ओपनएआई का सर्च इंजन दुनिया के सबसे लोकप्रिय सर्च इंजन को कड़ी टक्कर दे सकता है.
ओपनएआई ने पहले ही गूगल जैसी टेक की दिग्गज कंपनियों को नए जेनरेशन वाली एआई फीचर्स का इस्तेमाल करने के लिए मजबूर कर दिया है. अब ऐसी ख़बरें आ रही है कि चैटजीपीटी लॉन्च करने वाली कंपनी गूगल को सर्च इंजन के लिए जरिए सीधी टक्कर दे सकती है.
वेब प्रॉडक्ट पर काम कर रहा ओपनएआई
द इंफोर्मेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक ओपनएआई वेब सर्च प्रॉडक्ट पर काम कर रहा है. सूत्र के अनुसार, यह सेवा आंशिक रूप से माइक्रोसॉफ्ट के बिंग द्वारा संचालित होगी. हालांकि, अभी तक इस चीज की जानकारी नहीं मिली है कि ओपनएआई का सर्च इंजन सर्विस चैटजीपीटी से अलग होगी या नहीं. हालांकि, आपको बता दें कि चैटजीपीटी प्लस सब्सक्रिप्शन वाले यूजर्स को बिंग फीचर की मदद से ब्राउंसिंग सर्विस का फायदा उठा सकते हैं.
आपको बता दें गूगल ने पिछले कई दशकों से सर्च इंजन के मामले में पर पूरी दुनिया पर राज किया है, लेकिन अगर चैटजीपीटी जैसी सर्विस को लॉन्च करने वाली कंपनी ओपन एआई अपना वेब सर्च इंजन लॉन्च करती है, तो इससे निश्चित रूप से गूगल को एक बेहद कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद की जा सकती है.
ChatGPT से यूजर्स को मिलती है खास सुविधा
असल में, ओपनएआई की चैटबॉट सर्विस चैटजीपीटी के जरिए यूजर्स गूगल जैसी कई सर्विस का फायदा उठा रहे हैं. वहीं, चैटजीपीटी प्लस का प्लान यूज़ करने वाले यूजर्स को एआई फीचर्स वाले सर्च सुविधा का अनुभव पहले से ही मिल रहा है, लेकिन अगर ओपनएआई गूगल या क्रोम जैसा कोई सर्च इंजन लॉन्च करती है, जो दुनियाभर के आम यूज़र्स के लिए काम करेगा, तो फिर गूगल की सर्विस को नुकसान होने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ सकती है.