ChatGPT की हेल्प से बनाएं अपना AI टूल, कोडिंग की नहीं होगी जरूरत
GPT Builder: चैट जीपीटी यूजर्स अब इस टूल की मदद लेकर अपने खुद का AI टूल बना सकते हैं. मजेदार बात ये है कि इसके लिए आपको कोडिंग बिलकुल नहीं करनी है. यानि बिना कोड लिखे बन गया आपका AI टूल.
![ChatGPT की हेल्प से बनाएं अपना AI टूल, कोडिंग की नहीं होगी जरूरत OpenAI has launched GPT builder that will let you build your own ChatGPT here is how ChatGPT की हेल्प से बनाएं अपना AI टूल, कोडिंग की नहीं होगी जरूरत](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/11/08/c120d3d4da7f58a9c1cdc450d6ffd2c81699411946209601_original.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
बीते सोमवार को ओपन एआई का DevDay इवेंट था. इस डेवलपर इवेंट में कंपनी ने कई घोषणाएं की. ओपन एआई ने कहा कि अब चैट जीपीटी यूजर्स इस टूल की मदद लेकर अपने खुद का AI टूल बना पाएंगे. इससे भी खास बात ये है कि आप बिना कोडिंग के अपना चैटबॉट बना सकते हैं. सामान्य तौर पर किसी भी प्रोडक्ट को बनाने के लिए लंबे-लंबे कोड्स लिखने की जरूरत होती है लेकिन ओपन एआई ने इस जरूरत को खत्म कर दिया है और यूजर्स को चैट जीपीटी के अंदर एक GPT Builder टूल दिया है. फिलहाल ये टूल केवल जीपीटी प्लस यूजर्स के लिए जारी किया गया है. यानि फ्री यूजर्स को इसका एक्सेस नहीं मिलेगा.
GPT-बिल्डर क्या करेगा?
दरअसल, GPT बिल्डर की मदद लेकर आप अपने खुद का AI टूल बना सकते हैं. जैसे अगर किसी व्यक्ति या कंपनी को सिर्फ मार्केटिंग से रिलेटेड काम-काज करना होता है तो आप अपने GPT में मार्केटिंग से जुड़े डेटा को डाल सकते हैं ताकि जब इसे सम्बंधित यूजर्स यूज करें तो उनका काम हो जाए. इससे एंड यूजर्स को ये फायदा होगा कि उन्हें अपने काम की इनफार्मेशन तत्काल मिलेगी और उन्हें इधर-उधर नहीं जाना होगा. इसी तरह आप खुद का ट्रेवल गाइड GPT, बोर्ड गेम सिखाने वाला जीपीटी, मैथ पढ़ाने वाला जीपीटी आदि कुछ भी बना सकते हैं. GPT बिल्डर को सॉफ़्टवेयर लिखने और निष्पादित करने के लिए वेब ब्राउज़िंग, DALL-E और OpenAI के कोड इंटरप्रेटर टूल तक पहुंच प्रदान की जा सकती है, साथ ही ये खुद को प्रशिक्षित करने के लिए प्राकृतिक भाषा का उपयोग कर सकता है.
पैसे भी कमा पाएंगे आप
एकबार जब आप अपने GPT को बना लेते हैं तो कंपनी इसे GPT स्टोर पर डालेगी. GPT स्टोर को ओपन एआई इस महीने के अंत तक लॉन्च करेगी जहां सभी GPT को प्लेस किया जाएगा. जैसे-जैसे लोग इन GPTs को यूज करेंगे वैसे-वैसे कंपनी क्रिएटर्स के साथ रेवेन्यू भी शेयर करेगी. हालांकि रेवेन्यू शेयर के लिए अभी कोई प्लानिंग कंपनी ने नहीं की है लेकिन ये जरूर बताया है कि लोगों को उनके बनाए मॉडल के लिए पैसे दिये जायेंगे. ध्यान दें, रेवेन्यू ट्रैफिक के आधार पर दिया जाएगा.
बनी रहेगी यूजर्स की प्राइवेसी
ओपनएआई ने पुष्टि की है कि भले ही यूजर्स जीपीटी बनाने के लिए इस टूल का उपयोग कर सकते हैं लेकिन वे इन बॉट्स के साथ लोगों की चैट तक पहुंच नहीं पा सकते. यानि कोई भी क्रिएटर अपने जीपीटी का डेटा नहीं देख पाएगा कि एन्ड यूजर्स उसमें क्या सर्च कर रहा है. ओपनएआई ने यह भी आश्वासन दिया है कि वह फ्रॉड, अभद्र भाषा और एडल्ट कंटेंट विषयों जैसे दुरुपयोग को रोकने के लिए गतिविधि की निगरानी करेगा.
यह भी पढ़ें:
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)