OpenAI Secret Project Strawberry: चैटजीपीटी को बनाने वाली कंपनी OpenAI एक नई तकनीक पर काम कर रही है, जिसका कोड-नेम ‘Strawberry’ रखा गया है. इस प्रोजेक्ट का मकसद है कि एआई मॉडल्स की सोचने और साइंस-मैथ्स के सवालों के जवाब देने की क्षमता को बढ़ाया जा सके. इसके साथ ही यह एआई को इंडिपेंडेंट रूप से इंटरनेट पर काम करने की क्षमता भी देगा.
Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन की अगुवाई में इस प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है. Strawberry को OpenAI के भीतर भी एक सीक्रेट प्रोजेक्ट के रूप में रखा गया है. इससे पहले इसे Q* के नाम से जाना जाता था और इसे कंपनी के अंदर एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा था.
क्या है प्रोजेक्ट स्ट्रोबेरी का मकसद?
OpenAI ने कुछ कर्मचारियों को Q* के डेमो दिखाए हैं, जिसमें एआई मॉडल्स ने उन कठिन विज्ञान और गणित के सवालों के उत्तर दिए जो वर्तमान में अवेलेबल व्यावसायिक मॉडल्स के लिए संभव नहीं है. Strawberry का उद्देश्य एआई मॉडल्स को केवल सवालों के जवाब देने तक ही सीमित नहीं रखना है, बल्कि उन्हें इस काबिल बनाना है कि वे इंटरनेट पर खुद से काम कर सकें और आगे की योजना बना सकें.
Strawberry में एक विशेष प्रकार की ‘पोस्ट-ट्रेनिंग’ शामिल है, जिसका मतलब है कि बहुत बड़े डेटासेट्स पर पहले से एआई मॉडल्स को एक विशेष तरीके से और भी बेहतर बनाया जाएगा. यह ‘पोस्ट-ट्रेनिंग’ एआई की प्रदर्शन क्षमता को सुधारने के लिए है ताकि सभी कामों को और भी अच्छे तरीके से किया जा सके.
विज्ञान और गणित जैसे फील्ड में बड़ी संभावनाएं
OpenAI Strawberry का यूज लंबे समय तक चलने वाले कामों (Long-Horizon Tasks) को करने के लिए करना चाहता है. इसका मतलब है कि एआई मॉडल को आगे की योजना बनाकर एक सर्टेन टाइम के दौरान कामों की एक नई स्पेस को अंजाम देना होगा. विशेष रूप से, OpenAI चाहता है कि उनके मॉडल्स इंटरनेट पर काम करें और ‘कंप्यूटर यूजिंग एजेंट’ (CUA) के सहारे से अपनेआधार पर कार्रवाई कर सकें.
Strawberry का विकास एआई तकनीक में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है. यह न केवल सोचने की क्षमता में सुधार करेगा बल्कि एआई को और भी इंडिपेंडेंट और यूजफुल बनाएगा, जिससे विज्ञान और गणित जैसे फील्ड में नई संभावनाएं खुलेंगी.
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