ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI एक नए AI सुपर-एजेंट पर काम कर रही है. इसे 30 जनवरी को लॉन्च किया जा सकता है. माना जा रहा है कि इसमें PhD करने वाले लोगों के बराबर समझ होगी. AI के क्षेत्र में यह एक बड़ा कदम होने जा रहा है. इसे कम से कम मानवीय हस्तक्षेप के साथ मुश्किल टास्क को अपने आप पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है. आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
अपने आप फैसले ले सकेगा मॉडल
यह AI सुपर-एजेंट बड़े डेटा सेट का विश्लेषण कर अपने आप फैसले ले सकेगा. साथ ही यह किसी भी समस्या को हल करने में भी सक्षम होगा. मोटे तौर पर समझा जाए तो यह इंसानी समझ की नकल और उच्च दक्षता वाले पेशेवरों की तरह गोल-ओरिएंटेड टास्क पर काम कर सकेगा. OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन इसे लेकर अमेरिकी सरकार के संपर्क में है. वह इसके आर्थिक प्रभावों को लेकर भी सरकार को जानकारी देंगे.
लंबे समय से चल रहा है काम
इस तरह की टेक्नोलॉजी पर पिछले काफी समय से काम चल रहा है. ये टूल किसी यूजर के लिए कोड लिखने, रिसर्च करने और टिकट बुक करने जैसे कई काम कर सकते हैं. कुछ दिन पहले ही ऑल्टमैन ने कंपनी के पहले AI एजेंट को लेकर अपनी राय पेश की थी. उन्होंने यह भी कहा था कि पहला AI एजेंट इसी साल वर्कफोर्स में शामिल हो जाएगा और वह कंपनियों की आउटपुट को भी प्रभावित करेगा. बता दें कि पिछले कुछ समय में AI ने कई नौकरियों में लोगों की जगह ले ली है और अब इंसानों वाले कई काम AI कर रही है.
AI एजेंट को लेकर जताई जा रही चिंता
AI एजेंट को लेकर इन दिनों खूब चर्चा हो रही है और कई कंपनियां इस पर काम भी कर रही हैं. दूसरी ओर कुछ लोग इसे लेकर चिंता भी जता रहे हैं. उनकी चिंता लोगों की पर्सनल से लेकर प्रोफेशनल लाइफ पर पड़ने वाले इस टेक्नोलॉजी के प्रभाव को लेकर है.
ये भी पढ़ें-
बढ़ते Cyber Crime के बीच एक्टिव हुई सरकार, अब AI बनेगी ढाल, ऑर्डर जारी