Oppo Smartphone : ओप्पो इंडिया ने घोषणा की है कि उसके अधिकांश 5जी फोन को सॉफ्टवेयर अपडेट मिल चुका है, जो रिलायंस जियो के स्टैंडअलोन (SA) 5जी नेटवर्क को सपोर्ट करता है. ओप्पो ने अपने स्मार्टफोन के लिए सॉफ्टवेयर अपडेट जारी कर दिया है, जो ओप्पो रेनो 8, रेनो 8 प्रो, रेनो 7, ओप्पो एफ21 प्रो 5जी, ओप्पो एफ19 प्रो+ और ओप्पो के10 को जियो की ट्रू 5जी सेवाओं के लिए तैयार करते हैं. इन डिवाइसेस को इस्तेमाल करने वाले यूजर्स अब ट्रू 5जी का अनुभव उन शहरों में कर सकते हैं, जहां जियो की ओर से 5जी उपलब्ध कर दिया गया है. कंपनी ने यह भी कहा है कि अन्य डिवाइसेस को जल्द ही उनके संबंधित 5G SA सॉफ्टवेयर अपडेट मिल जाएगा.
ओप्पो ने भारत में अपने डिवाइसेस के लिए 5जी अपडेट जारी करने में प्रमुख ब्रांड सैमसंग, गूगल और एपल को पीछे छोड़ दिया है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि सैमसंग, गूगल और एपल ने अभी तक अपना 5जी अपडेट पेश नहीं किया है.
भारत में 5जी
जियो के भारत में 420 मिलियन से अधिक कस्टमर्स हैं. अगस्त में, Jio ने 19 बिलियन (लगभग 1.6 लाख करोड़ रुपये) 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी में 11 बिलियन (लगभग 90,600 करोड़ रुपये) के एयरवेव्स को खरीदा था. एयरटेल ने 5 बिलियन डॉलर (लगभग 41,000 करोड़ रुपये) से अधिक के स्पेक्ट्रम अपने नाम किए थे, जबकि वोडाफोन-आइडिया ने 2 बिलियन डॉलर (लगभग 16,500 करोड़ रुपये) से अधिक खर्च किए. रिलायंस जियो की टू 5जी और एयरटेल की 5जी प्लस सेवाओं के ज़रिए 1 अक्टूबर को भारत में 5G सेवाएं शुरू की गईं.
सैमसंग का 5जी अपडेट दिसंबर में होगा रोल आउट
5जी रोल-आउट होने के बाद जियो और एयरटेल कई प्रमुख शहरों को कवर करने में कामयाब रहे हैं. हालाँकि, टियर II और टियर III एरिया के कई एरिया ऐसे हैं, जहां अभी तक 5G सपोर्ट प्राप्त नहीं हुआ है. बता दें कि सरकार ने अक्टूबर में सैमसंग और एपल सहित स्मार्टफोन निर्माताओं से अपने फोन को कम से कम 2022 के अंत तक 5जी कनेक्टिविटी-रेडी सॉफ़्टवेयर के साथ अपडेट करने का आदेश था. दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग ने भी कहा है कि वे अपना 5जी सॉफ्टवेयर दिसंबर तक रोलआउट कर देंगे. हालांकि, ऐसा लगता है कि ओप्पो ने नवंबर के मध्य में ही अपने 5जी अपडेट को पेश करके अपने अधिकांश प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ दिया हैं.
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