Mobile-Net Banking : देश में मोबाइल बैंकिंग का यूज तेजीं से बढ़ रहा है. लोग अपना समय बचाने के लिए मोबाइल बैंकिंग यूज कर रहे हैं. इसी कड़ी में बिहार भी पीछे नहीं है. यहां पर लोग दबाकर डिजिटल लेनदेन कर रहे हैं. इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता हैं कि 2021 की तुलना में मोबाइल बैंकिंग यूजर और इंटरनेट बैंकिंग यूजर्स की संख्या में भारी बढ़ोत्तरी हुई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार में मार्च 2024 में मोबाइल बैंकिंग यूजर्स की संख्या 1.63 करोड़ हो गई है, जबकि इंटरनेट बैंकिंग यूजर की संख्या 1.53 करोड़ हो गई है. वहीं अगर हम मार्च 2021 में आकड़ा देखें तो मोबाइल बैंकिंग यूजर्स की संख्या 62 लाख थी और इंटरनेट बैंकिंग यूजर की संख्या 73 लाख थी. 


POS मशीन में भी हुई बढ़ोत्तरी


बिहार में पीओएस (point of sale)मशीन के इस्तेमाल में भी तेजी से बढ़ोत्तरी देखी गई है. कारोबारियों ने मोबाइल बैंकिंग के बढ़ते क्रेज को देखते हुए दूकानों में पीओएस मशीन का यूज कर रहे हैं. राज्य स्तरीय बैंकिंग कमिटी(एसएलबीसी) के आकड़ो के अनुसार 2021 की तुलना में 2024 में 42.13 प्रतिसत की बढ़ोतरी हुई है, जहां 2021 में 58,331 पीओएस मशीनें जारी की गई थीं. तो वहीं मार्च 2024 में आकड़ा बढ़कर 82,907 हो गया है, जबकि जनवरी 2020 के  पर नजर डालें तो उस वक्त आकड़ो की संख्या 51,000 थी.


POS मशीन कैसे काम करती है


पीओएस मशीन एक पोर्टेबल डिवाइस है. इसके जरिए ऑनलाइन पेमेंट एक्सेप्ट किया जाता है. इस मशीन के जरिये डेबिट/क्रेडिट कार्ड की मदद से ग्राहक व्यापारी को इलेक्ट्रॉनिक रूप से पेमेंट करता है. 


यूपीआई का हो रहा है जमकर यूज 


एनपीसीआई (नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) के अनुसार बिहार में फोन-पे के यूजर्स 47 प्रतिशत से ज्यादा हैं. इसके अलावा पेटीएम के 12.1 प्रतिशत, गूगल पे के 36.7 प्रतिशत और अमेजान पे, और बाकि बैंकिंग ऐप का हिस्सा 3 प्रतिशत है. रिपोर्ट्स के मुताबिक 2021 में यूपीआई के जरिए 4.13 करोड़ का लेन-देन हुआ था, जबकि मार्च 2024 तक ये बढ़कर 12.40 करोड़ हो गया.


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