(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
IMC 2024: पीएम मोदी बोले- 'साइबर थ्रेट से अकेले नहीं लड़ सकता कोई भी देश...', 6G और AI के फ्यूचर पर दिया बड़ा बयान
India Mobile Congress 2024: पीएम मोदी ने आज इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC 2024) के आठवें संस्करण को संबोधित किया और भारतीय टेक्नोलॉजी की कई खास बातें बताई.
इंडिया मोबाइल कांग्रेस IMC 2024: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 इंडिया मोबाइल कांग्रेस का उद्घाटन किया और इसे संबोधित करते हुए टेक्नोलॉजी की दुनिया में भारत की कई उपलब्धियों की बात की. उन्होंने बताया कि कैसे 2014 तक भारत में सिर्फ 2 मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट थे, लेकिन अब 200 से भी ज्यादा है, जिसकी वजह से मोबाइल फोन की कीमत कम हुई है.
पीएम मोदी ने क्या कहा?
उन्होंने आगे कहा कि, "आज भारत क्वालिटी सर्विस पर बहुत ज्यादा फोकस कर रहा है. WTSA पूरी दुनिया को शक्तिशाली बनाने की बात करता है. IMC पूरी दुनिया को जोड़ने का काम करते हैं. भारत दुनिया को Conflict से बाहर कर दुनिया को Connect करने की कोशिश कर रहा है. जब लोकल और ग्लोबल एक होता है, तब पूरी दुनिया पर इसका असर पड़ता है. भारत में हमने टेलीकॉम को सिर्फ कनेक्टिविटी का नहीं, ब्लकि Opportunity का माध्यम बनाया है. ये गरीब और अमीर के बीच की दूरी को मिटाने में मदद कर रहा है."
पीएम मोदी ने बताई 4 पिलर्स का प्लान
पीएम मोदी ने कहा कि, "मुझे याद है जब मैंने 10 साल पहले भारत का विजन देश के सामने रख रहा था, तब मैंने कहा था कि हमें टुकड़ों में नहीं, बल्कि होलिस्टिक अप्रोच के साथ चलना होगा. तब हमने डिजिटल इंडिया के चार पिलर्स की पहचान की थी."
1. डिवाइस की कीमत कम होनी चाहिए
2. डिजिटल कनेक्टिविटी देश के कोने कोने तक पहुंचे
3. डेटा सबकी पहुंच में होना है.
4. डिजिटल फस्ट ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए.
हमने इस चार पिलर्स पर काम करना शुरू किया और हमें इसके नतीजे भी मिले.
2 से 200 मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स का सफर
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, "स्मार्टफोन तब तक सस्ते नहीं हो सकते थे, जब तक हम उन्हें भारत में मैन्युफैक्चर ना कर दें. साल 2014 में सिर्फ दो मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स थीं, आज 200 से ज्यादा हैं. पहले हम ज्यादातर फोन बाहर से इंपोर्ट करते थे, आज हम पहले से छह गुना ज्यादा मोबाइल फोन भारत में बना रहे हैं. हमारी पहचान एक मोबाइल एक्सपोर्टर देश की है. हम इतने पर ही नहीं रुके हैं. अब हम चिप से लेकर फिनिश प्रोडक्ट तक, दुनिया को कंप्लीट मेड-इन-इंडिया फोन देने में जुटे हैं."
सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम का हब बनेगा भारत
उन्होंने आगे कहा कि, "हम भारत में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम पर भी बहुत बड़ा इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं. कनेक्टिविटी के पिलर पर काम करते हुए भारत में हमने ये सुनिश्चित किया कि हर घर कनेक्ट हो. हमने देश के कोने कोने में मोबाइल टावर्स का एक सशक्त नेटवर्क बनाया. इसमें ट्राइबल एरिया, बॉर्डर एरिया, हिली एरिया शामिल हैं. वहां बहुत कम समय में ही हजारों मोबाइल टावर लगाए गए. हमने रेलवे स्टेशंस और पब्लिक प्लेसेज पर भी वाईफाई की सुविधा दी. हमने अंडमार निकोबार आइलैंड को अंदर सी केबल से कनेक्ट किया."
ऑप्टिकल फाइबर के मामले में बनाया रिकॉर्ड
पीएम मोदी ने ऑप्टिकल फाइबर के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बात करते हुए बताया कि, "भारत में सिर्फ 10 साल में जितना ऑप्टिकल फाइबर बिछाया गया है, उसकी लंबाई धरती और चंद्रमा के बीच की दूरी से भी 8 गुणा है. दो साल पहले हमने मोबाइल कांग्रेस में ही भारत में 5जी सर्विस लॉन्च किया था. आज भारत का करीब करीब हर जिला 5जी सर्विस से जुड़ चुका है. आज भारत दुनिया का दूसरा बड़ा 5जी मार्केट बन चुका है और अब हम 6जी टेक्नोलॉजी पर भी तेजी से काम कर रहे हैं."
उन्होंने आगे कहा कि, "भारत ने टेलीकॉम सेक्टर में जो इनोवेशन किए हैं, वो अकल्पनीय है. आज भारत में इंटरनेट डेटा की कीमत 12 सेंट प्रति जीबी है, बल्कि दुनिया के कई देशों में 1 जीबी डेटा इससे 10 से 20 गुना ज्यादा महंगा है. भारतीय आज हर महीने औसतन 30 जीबी डेटा कंज्यूम करते हैं. इन सारे प्रयासों को हमारे चौथे पिलर यानी डिजिटल फस्ट की भावना से नए स्केल पर पहुंचाया है."
टेक लीडरशिप में महिलाओं को मिले ज्यादा असवर
भारत के प्रधानमंत्री ने भारतीय टेक्नोलॉजी में महिलाओं की स्थिति के बारे में बात करते हुए बताया कि, "भारत आज टेक्नोलॉजी लीडरशिप में महिलाओं के लिए ज्यादा अवसर प्रदान कर रही है. महिलाओं ने डिजिटल प्रोग्राम्स को लीड किया है. आज गांव गांव में महिलाएं ऐसी टेक्नोलॉजी पर काम कर रही हैं जो अकल्पनीय है. आने वाले समय में हम इसे और प्रोत्साहित करेंगे. आने वाले समय में भारत की हर बेटी को टेक लीडर बनेगी."
उन्होंने आगे कहा कि, "हमारा मकसद होना चाहिए कोई देश, कोई रीजन और कोई भी कम्युनिटी इस डिजिटल यूग में पीछे न रह जाएं. हमें सुनिश्चित करना होगा कि हमारा भविष्य टेक्निकली स्ट्रांग भी हो और टेक्नीकली साउंड भी हो. हमारे भविष्य में इनोवेशन भी हो और इंक्लूजन भी हो."
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि, "आज के समय में साइबर थ्रेट हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है. कोई भी देश इससे अकेले नहीं लड़ सकता है. ऐसे में हम सभी को मिलकर काम करना होगा और इसके जड़ से खत्म करना होगा."
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