"कोई कुछ भी कर ले...", AI को लेकर बोले प्रधानमंत्री मोदी, कहा- भारत के बिना यह टेक्नोलॉजी अधूरी
AI को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि भले ही दुनिया कुछ भी कर ले, लेकिन भारत के बिना AI अधूरा है. उन्होंने कहा कि AI ने इंसान को इंसान होने का मतलब सोचने पर मजबूर किया है.

आजकल हर तरफ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) की चर्चा हो रही है. हर देश और हर नेता इसे लेकर बात कर रहा है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने AI को लेकर अपने विचार रखे हैं. उन्होंने कहा कि AI के कारण इंसान को इंसान होने का मतलब सोचना पड़ रहा है. यह AI ने अपनी ताकत दिखाई है. इसके अलावा उन्होंने AI में भारत की भूमिका को लेकर भी अपने विचार पेश किए. आइए जानते हैं कि AI को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने क्या-क्या बातें कहीं.
भारत के बिना AI अधूरा- मोदी
अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ पॉडकास्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इंसान अपनी इमेजिनेशन से AI जैसी कई चीजें बना सकता है. आने वाले दिनों में शायद वह इससे भी ज्यादा कुछ बना दे. उस इमेजिनेशन की जगह कोई नहीं ले पाएगा. फ्रिडमैन ने मोदी से AI नेतृत्व को लेकर सवाल पूछा था. इसके जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया भले ही कुछ भी कर ले, लेकिन भारत के बिना AI अधूरा है.
पेरिस AI समिट में प्रधानमंत्री मोदी ने कही थीं ये बातें
यह पहली बार नहीं है, जब AI को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने विचार व्यक्त किए हैं. पिछले महीने उन्होंने पेरिस में आयोजित हुई AI समिट में भी इस टेक्नोलॉजी को लेकर अपनी बात रखी थी. इस दौरान उन्होंने गवर्नेंस से लेकर शिक्षा तक के क्षेत्र में बदलाव के AI के पोटेंशियल की तरफ ध्यान तो आकर्षित किया ही था, लेकिन साथ ही उन्होंने AI मॉडल की बायसनेस को लेकर भी दुनिया को चेताया था. इसके अलावा उन्होंने कहा था कि AI किसी देश की सीमा तक बाधित नहीं है. उन्होंने AI के खतरों को खत्म करने और AI ऐप्स पर भरोसा पैदा करने के लिए वैश्विक स्तर पर कदम उठाने की बात कही थी.
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