PMO Data Leak: मंगलवार को माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स (पुराना नाम ट्विटर) पर एक सोशल मीडिया यूज़र ने आरोप लगाया कि GitHub पर चीनी साइबर एजेंसियों के डॉक्यूमेंट्स लीक हुए हैं. इसके अलावा यूजर्स ने दावा किया कि लीक हुए इन डॉक्यूमेंट्स में भारतीय पीएमओ, ईपीएफओ और कई पब्लिक और प्राइवेट संगठनों का डेटा भी शामिल है.
पीएमओ और ईपीएफओ का डेटा लीक?
अब द इकोनॉमिक टाइम्स को सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है कि सरकार प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के डेटासेट से जुड़े डेटा ब्रीच की रिपोर्ट की जांच कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (Cert-IN) के अधिकारियों को स्थिति की जांच करने का काम सौंपा गया है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक आईटी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि, हम इसके बारे में जानते हैं, लेकिन हमें यह वेरीफाई करने की जरूरत है कि डेटा लीक होने के बारे में किया जा रहा दावा ठीक है या नहीं. वो (Cert-In) इसकी जांच करेंगे और विस्तृत रिपोर्ट पेश करेंगे.
इस खेल में चीन के शामिल होने का शक
हालांकि, अभी तक पीएमओ और ईपीएफओ का डेटा लीक वाली ख़बर के बारे में चल रही जांच में कोई खास प्रोग्रेस नहीं हुई है. आईटी मंत्रालय ने कमेंट्स के अनुरोधों का जवाब नहीं दिया है. आपको बता दें कि मंगलवार को एक सोशल मीडिया यूज़र्स ने एक्स पर दावा किया था कि चीन की साइबर एजेंसियों द्वारा GitHub पर डेटा लीक किया गया है, जिसमें भारतीय पीएमओ और ईपीएफओ समेत कई संस्थाओं का डेटा शामिल है.
Github पर रिपोर्ट के अनुसार, इस प्लेटफॉर्म पर प्रसारित लीक डॉक्यूमेंट्स कथित तौर पर चीनी इन्फोसेक कंपनी I-Soon द्वारा एक स्पाइवेयर पहल का खुलासा करते हैं. इस साइबर ऑपरेशन के निशाने पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, दूरसंचार कंपनियां और विभिन्न वैश्विक संगठन शामिल हैं. इन गतिविधियों को आयोजित करने में चीनी सरकार के शामिल होने की भी आशंकाएं जताई जा रही है.