नई दिल्ली: भारत सरकार के कोविद -19 कॉन्टेक्ट ट्रैकिंग ऐप आरोग्य सेतु ने हाल ही में 5 करोड़ डाउनलोड का एक नया रिकॉर्ड बनाया है. ऐप को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकारी एजेंसियों द्वारा भी प्रोत्साहित किया गया है. ऐप की प्राइवेसी पॉलिसी भी यूजर्स के डेटा कलेक्शन के साथ जांच के अधीन है. आरोग्य सेतु ने अब अपनी प्राइवेसी पॉलिसी को अधिक स्पष्टता के साथ अपडेट किया है.


अरोग्य सेतु की अपडेटेड प्राइवेसी पॉलिसी के बारे में यूजर्स नॉटिफाई नहीं किया गया. यह पहली बार एक कंपेरिजन में पाया गया जब ऐप की पुरानी और नई प्राइवेसी पॉलिसी के बीच तुलना की गई. यहां यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि अरोग्या सेतु को यूजर्स को सतर्क करने के लिए हर समय ब्लूटूथ और स्थान ट्रैकिंग अनुमति की जरूरत होती है, अगर वे कोविद -19 रोगी के पास आते हैं.


आरोग्य सेतु की प्राइवेसी पॉलिसी में कहा गया है कि इक्ट्ठी की गई जानकारी एक सर्वर में स्टोर की जाएगी जो सरकार द्वारा मैनेज की जाएगी. मरीज की इकट्ठी की गई जानकारी में नाम, फोन नंबर, उम्र, लिंग, प्रोफेशन और उन देशों की जानकारी जहां आपने पिछले 30 दिनों में विजिट किया हो, शामिल किया गया है. यह मूल रूप से सभी सूचना यूजर्स को ऐप पर रजिस्ट्रेशन करते समय देने के लिए कहा गया है. यह सारी जानकारी एक डिजिटल आईडी में स्टोर की जाएगी.


अब जब दो यूजर्स संपर्क में आते हैं, तो ये जानकारी एक दूसरे के डिवाइस में स्टोर हो जाएगी. प्राइवेसी पॉलिसी में कहा गया है कि जानकारी सुरक्षित रूप से संग्रहीत की जाएगी और अन्य यूजर्स के पास इसका कोई एक्सेस नहीं होगा. ऐप हर 15 मिनट में यूजर्स का लोकेशन डेटा स्टोर करेगा और यह उनके फोन पर भी मौजूद रहेगा. अगर यूजर्स कोविड -19 पॉजिटिव पाया गया तो ये ऐप उसे इंडिकेट करेगा.


प्राइवेसी पॉलिसी में कहा गया है कि इकट्ठी की गई मरीज की 30 दिनों बाद डिलीट कर दी जाएगी अगर इसे सर्वर पर अपलोड नहीं किया गया है. जो लोग कोरोना पॉजिटिव नहीं पाए गए उनकी जानकारी 45 दिनों में सर्वर से हटा दी जाएगी.


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