भारत में Ransomware हमलों 55 प्रतिशत इजाफा, इस सेक्टर पर सबसे ज्यादा अटैक, आप ऐसे रहें सुरक्षित
भारत में 2024 में रैंसमवेयर हमलों की संख्या में भारी उछाल आया है. स्कैमर्स ने सबसे ज्यादा इंडस्ट्रियल सेक्टर को टारगेट किया और तीन तिहाई ऐसे हमले अकेले इस सेक्टर में हुए.
Ransomware Attacks in India: देश में रैंसमवेयर के मामलों में 55 प्रतिशत उछाल देखा गया है और पिछले साल 98 ऐसे मामले सामने आए थे. मई और अक्टूबर में ऐसे सबसे ज्यादा मामले रिपोर्ट हुए. साइबर सिक्योरिटी के लिए काम करने वाले संगठन साइबर पीस की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. भारत में रैंसमवेयर हमलों में सबसे ज्यादा इंडस्ट्रियल सेक्टर को टारगेट किया गया और 75 प्रतिशत अटैक अकेले इस एक सेक्टर में हुए. आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं.
रैंसमवेयर हमले क्या होते हैं?
हैकर्स फिरौती मांगने के लिए रैंसमवेयर अटैक करते हैं. इसमें मालवेयर फाइल के जरिये यूजर का संवेदनशील डेटा लॉक कर दिया जाता है. इस अनलॉक करने की एवज में स्कैमर्स पैसे की मांग करते हैं. 2017 में एक ऐसे ही रैंसमवेयर अटैक ने दुनिया के 100 से अधिक देशों को प्रभावित किया था. उसके बाद से हर साल ऐसे हमले होते आए हैं.
देश में इन सेक्टरों में सबसे ज्यादा हमले
इंडस्ट्रियल सेक्टर के बाद हैकर्स की नजर हेल्थकेयर सेक्टर पर रही, जहां 12 प्रतिशत ऐसे हमले हुए. इसके बाद फाइनेंस सेक्टर पर 10 प्रतिशत ऐसे हमले देखने को मिले. इसके विपरित पिछले साल सरकारी क्षेत्र में ऐसे महज 3 प्रतिशत हमले हुए. जानकारों का कहना है कि सभी सेक्टरों और खासकर इंडस्ट्रियल सेक्टर में साइबर सिक्योरिटी पर और अधिक ध्यान देने की जरूरत है.
रैंसमवेयर हमलों से कैसे सुरक्षित रहें?
रैंसमवेयर हमलों की बढ़ती संख्या के बीच सुरक्षित रहने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है.कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर ऐसे बड़े हमलों से खुद को बचाया जा सकता है.
- रैंसमवेयर अटैक के लिए अकसर फिशिंग ईमेल का सहारा लिया जाता है. इसलिए फिशिंग ईमेल से हमेशा सावधान रहें.
- डाटा का नियमित तौर पर बैकअप लेते रहे. अगर आपके पास बैकअप है तो ऐसे हमलों में बिना फिरौती दिए नुकसान से बचा जा सकता है.
- अपने डिवाइस पर सिक्योरिटी अपडेट को अनदेखा न करें. डिवाइस को लगातार अपडेट करते रहें.
- किसी भी अनजान व्यक्ति की तरफ से आए मैसेज, लिंक या ईमेल पर क्लिक न करें. ये बड़ा नुकसान कर सकता है.
ये भी पढ़ें-
Apple को भारी पड़ी अपनी गलती, अब चुकाएगी हर्जाना, यूजर्स को मिलेंगे इतने पैसे