Digital Currency: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने घोषणा की कि भारतीय रुपये के समानांतर डिजिटल ई-रुपये का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च जल्द ही शुरू किया जाएगा. ई-रुपया (E-Rupee) कई मामलों में खास होगा. केंद्रीय बैंक ने डिजिटल रुपये पर चर्चा करने के लिए सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) पर एक नोट जारी किया है
आरबीआई ने कॉन्सेप्ट नोट में कहा है कि जैसे-जैसे इस तरह के पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च की सीमा और दायरे का विस्तार होता है, आरबीआई ई-रुपये की खास विशेषताओं और लाभों के बारे में समय-समय पर संवाद करना जारी रखेगा. ई-रुपये की घोषणा पहली बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फरवरी में अपने बजट 2022 के भाषण के दौरान डिजिटल मुद्रा के कानूनी विकल्प के रूप में की थी.
डिजिटल रुपये की पांच बड़ी बातें
- ई-रुपया भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी और प्रबंधित एक कानूनी डिजिटल मुद्रा होगी. ई-रुपया एक सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) है जिसका फिजिकल मुद्रा के समान व्यापार मूल्य है. आरबीआई के कॉन्सेप्ट नोट के अनुसार, इसे फिएट करेंसी (Fiat Currency) के साथ वन-ऑन-वन आधार पर एक्सचेंज किया जा सकेगा.
- डिजिटल रुपया या ई-रुपया भारत की मौद्रिक नीति के साथ Align होगा, जिसका अर्थ है कि इसके लेनदेन आरबीआई के नियमों के दायरे में आएंगे
- केंद्रीय बैंक ने नोट किया है कि ई-रुपये को कानूनी निविदा और भुगतान के माध्यम के रूप में मान्यता दी जाएगी. नागरिक, उद्यम और सरकारी निकाय भी बैंक नोटों की तरह ही डिजिटल रुपये को स्टोर कर सकेंगे.
- डिजिटल रुपया को बैंकों से भौतिक धन और नकद से बदला जा सकेगा. यह धन और लेन-देन जारी करने की लागत को कम करेगा.
- रिजर्व बैंक ने कहा है कि ई-रुपया एक परिवर्तनीय कानूनी निविदा के रूप में कार्य करेगा, जिसके लिए धारकों को बैंक खाता रखने की आवश्यकता नहीं होगी.
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