Jio लॉन्च करेगी 'क्लाउड' लैपटॉप, महंगे सिस्टम खरीदने की नहीं होगी जरूरत, समझिये ये कैसे काम करते हैं
Cloud Laptop: रिलायंस जियो क्लाउड लैपटॉप पर काम कर रही है जो PC मार्केट को नुकसान पहुंचाने वाला है. यहां समझिये इससे जुड़ी हर बात.
What is Cloud Laptop or Computer? टेलीकॉम क्षेत्र में नंबर 1 कंपनी बनने के बाद अब रिलायंस जियो पीसी यानी कंप्यूटर मार्केट की तरफ देख रही है. जियो क्लाउड लैपटॉप लॉन्च करने की प्लानिंग कर रही है जिसकी कीमत 15,000 रुपए के आसपास हो सकती है. हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर कंपनी ने क्लाउड लैपटॉप की कीमत नहीं बताई है. लेकिन कंपनी के बैकग्राउंड को देखकर कहा जा रहा है कि इसकी कीमत यूजर फ्रेंडली होगी. ET की रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस जियो एचपी एसर, लेनेवो समेत दूसरे कंप्यूटर मैन्युफैक्चर के साथ क्लाउड लैपटॉप पर काम कर रही है.
इकोनामिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस विषय से जुड़े लोगों ने बताया कि एचपी क्रोमबुक पर फिलहाल 'क्लाउड लैपटॉप' के लिए ट्रायल चल रहा है. रिलायंस जियो मंथली सब्सक्रिप्शन के आधार पर क्लाउड लैपटॉप को लोगों को सस्ते में प्रदान करेगी.
आज इस लेख में हम आपको ये बताएंगे कि क्लाउड कंप्यूटर या लैपटॉप कैसे काम करते हैं और ये किस तरह लैपटॉप और कंप्यूटर मार्केट को नुकसान पहुंचाने वाले हैं.
कैसे काम करते हैं क्लाउड कंप्यूटर या लैपटॉप?
ऐसे लोग जो गेमिंग क्षेत्र से जुड़े हुए हैं या गेमिंग करते हैं वह क्लाउड शब्द से परिचित होंगे. क्लाउड गेमिंग में होता ये है कि न आपको अपने स्मार्टफोन पर उस गेम का ऐप डाउनलोड करना होता है, न ही ऐप को समय-समय पर अपडेट करना पड़ता है. आप बिना इस सबके गेम को क्लाउड सर्विस के जरिए खेल पाते हैं और इसके लिए आपको बस कुछ फीस चुकानी पड़ती है. गेम का सर्वर, स्टोरेज आदि सभी की जिम्मेदारी गेमिंग कंपनी की रहती है और आप एक नार्मल स्मार्टफोन से भी हाई ग्राफिक्स वाली गेम खेल पाते हैं.
ठीक इसी तरह क्लाउड कंप्यूटर या लैपटॉप भी काम करते हैं. होता ये है कि इसमें आपको एक साधारण सा कंप्यूटर या लैपटॉप खरीदना होता है और आप इन गैजेट से जुड़ी तमाम सर्विस जैसे कि वेब ब्राउज़र, गेमिंग, फाइल्स, सॉफ्टवेयर आदि तमाम सर्विस क्लाउड सर्विस के जरिए एक्सेस कर पाते हैं. यानि आपको कुछ भी अपने लैपटॉप में इनस्टॉल नहीं करना है. आप क्लाउड सर्विस के लिए सब कुछ इस्तेमाल कर पाएंगे.
एक साधारण लैपटॉप में आपको सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल रखना पड़ता है जिसके बाद आप उससे जुड़े कामकाज कर पाते हैं. लेकिन क्लाउड लैपटॉप के साथ होता ये है कि आप सॉफ्टवेयर को क्लाउड के माध्यम से एक्सेस करते हैं और आप इस पर अपने काम को सेव भी कर सकते हैं और फिर इसे कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है. क्लाउड कंप्यूटर या लैपटॉप में आपको वर्तमान की तरह मंहगे लैपटॉप खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती और सस्ते से लैपटॉप में आप तमाम चीज कर लेते हैं.
क्लाउड लैपटॉप या कंप्यूटर में सारी चीज इंटरनेट बेस्ड होती है और आप हाई स्पीड इंटरनेट के माध्यम से सॉफ्टवेयर सर्विस, फाइल्स आदि चीज एक्सेस कर पाते हैं.
लैपटॉप और कंप्यूटर मार्केट को होगा नुकसान
क्लाउड लैपटॉप या कंप्यूटर के आने से लैपटॉप और कंप्यूटर मार्केट को नुकसान होगा. वर्तमान में लोगों की जरूरत के हिसाब से कंपनी ने अलग-अलग तरह के मॉडल बनाए हैं और हर मॉडल में अलग-अलग हार्डवेयर स्पेक्स दिए हैं. लेकिन क्लाउड कंप्यूटर या लैपटॉप के आ जाने के बाद इस सब की जरूरत नहीं होगी और एक बेसिक लैपटॉप भी आज के हाई एंड लैपटॉप की तरह काम करेगा. यानि मेमोरी, रैम, ग्राफिक्स कार्ड वाले लैपटॉप की जरूरत एक क्लाउड लैपटॉप आराम से पूरी कर देगा. इससे बड़ी कंपनियों को नुकसान होगा और हाई एंड कंप्यूटर या लैपटॉप मॉडल कम बिकेंगे.
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