नई दिल्ली: स्मार्टफोन हमारे जीवन का खास हिस्सा बन चुका, जब से इंटरनेट सस्ता हुआ है, तब से मोबाइल का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है. इस कोरोना काल में लोग ज्यादा समय स्मार्टफोन के साथ बिताने लगे हैं, फिर चाहे वो काम की वजह से हो या फिर टाइम पास करने के लिए हो.
अपने दैनिक जीवन में लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल खूब करते हैं, लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल करने से सीधा असर आपके दिमाग और आंखों पर पड़ता है. अक्सर देखने में आता है कि लोग अपने स्मार्टफोन की डिस्प्ले ब्राइटनेस को एकदम फुल रखते हैं, सोने से पहले स्मार्टफोन का यूज़ करते हैं, जिसकी वजह से कई नुकसान होते हैं, इस रिपोर्ट में हम इन्हीं बातों की जानकारी दे रहे हैं.
स्मार्टफोन की ब्राइटनेस से और लगातार फोन के इस्तेमाल से हमारी आंखों पर काफी बुरा असर पड़ता है. फोन से निकलनेवाली रोशनी सीधे रेटिना पर असर करती है, जिसकी वजह से आंखें जल्दी खराब होने लगती हैं. इतना ही नहीं धीरे-धीरे देखने की क्षमता भी कम होने लगती है और सिर में दर्द बढ़ने लगता है.
दिनभर काम करने से आपको आंखों को आराम नहीं मिलता उसके बाद अगर आप रात में सोने से पहले स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपकी आंखें ड्राई होने लगती है और सूजन की भी शिकायत होने लगती है. लगातार ऐसा होने से आंखों में खुजली और जलन की शिकायत हो जाती है और आंखों की अश्रु ग्रंथि पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
लगातार स्मार्टफोन के इस्तेमाल से आंखों से पानी आने लगता है. मोबाइल से निकलने वाली किरणें आंखों के लिए बहुत नुकसानदायक साबित होती हैं. लगातार स्मार्टफोन इस्तेमाल करने से पलक झपकाने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिसकी वजह से आंखों की पुतलियां और नसें भी सिकुड़ने लगती हैं, जिसकी वजह से सिर में दर्द बढ़ जाता है.
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