स्मार्टफोन का यूज आजकल हर कोई करता है. स्मार्टफोन लेने के साथ ही उसकी स्क्रीन को सुरक्षित रखने के लिए लोग टेम्पर्ड ग्लास भी लगवाते हैं, लेकिन मोबाइल में अच्छा पैसा खर्च करने के बाद कई यूजर्स टेम्पर्ड में दाम के चक्कर में पड़ जाते हैं और सस्ते से सस्ता टेम्पर्ड लगवा लेते हैं. अगर आप भी इन लोगों में शामिल हैं तो यह खबर आपके काम की है. दरअसल सस्ता टेम्पर्ड ग्लास आपके फोन को नुकसान पहुंचा सकता है. आज हम आपको बताएंगे कि आखिर कैसे सस्ता टेम्पर्ड फोन को नुकसान पहुंचाता है और आपको इसे लेते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.


स्क्रीन गार्ड के 2 प्रकार


मोबाइल की स्क्रीन के लिए हम जिस टेम्पर्ड का इस्तेमाल करते हैं, वो दो प्रकार के होते हैं. एक होता है प्लास्टिक का तो दूसरा ग्लास का.


1. प्लास्टिक का टेम्पर्ड


प्लास्टिक वाला टेम्पर्ड वैसे तो मजबूत होता है औऱ स्क्रीन को बचाता है, लेकिन प्लास्टिक का होने की वजह से इसमें स्क्रैच जल्दी आते हैं. प्लास्टिक के स्क्रीन गार्ड पर धुंधलापन भी जल्दी आता है. इन पर उंगलियों के निशान भी बन जाते हैं.


2. ग्लास टेम्पर्ड


ग्लास टेम्पर्ड फोन को स्मूदली चलाने के लिए लिहाज से बेहतर है. दरअसल इस पर टच स्क्रीन अच्छे से काम करता है, लेकिन आपको अच्छी क्वॉलिटी पर ध्यान देना चाहिए. अच्छी क्वॉलिटी का टचस्क्रीन ही आपके फोन को सेफ रखेगा और टच स्क्रीन भी अच्छे से चलेगा.


पहुंच सकता है ये नुकसान


दरअसल 100 और 200 रुपये वाले टेम्पर्ड की क्वॉलिटी बेहतर नहीं होती. ये जल्दी टूट जाते हैं. अगर आप घटिया क्वॉलिटी के टेम्पर्ड को मोबाइल के टचस्क्रीन पर लगाते हैं, तो इससे स्क्रीन धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त होती है. यही नहीं इनके जल्दी टूटने का खतरा रहता है. इसमें कई जगह क्रैक भी आ जाता है. फोन चलाते वक्त इन क्रैक से आपकी उंगली को जख्म पहुंच सकता है. इसके अलावा सस्ते टेम्पर्ड ग्लास आप लगा तो लेते हैं, लेकिन गलती से फोन आपके हाथ से गिरे तो यह फोन को नहीं बचा पाते.


इन बातों का रखें ध्यान


स्मार्टफोन के टच स्क्रीन पर स्क्रीन गार्ड लगाते समय आपको कई बातों का ध्यान रखना चाहिए.



  • 100-200 रुपये वाले टेम्पर्ड के चक्कर में न पड़ें. बेहतर क्वॉलिटी का टेम्पर्ड ही फोन में लगवाएं. इनकी कीमत 600 से 1000 रुपये तक हो सकती है.

  • टेम्पर्ड लगवाते वक्त उसकी परत को भी ध्यान से देखें. न ज्यादा पतली परत वाले टेम्पर्ड को चुनें और न ही ज्यादा मोटी परत वाले को.

  • मोटी परत वाले टेम्पर्ड से आपके फोन का स्क्रीन गार्ड ठीक से काम नहीं करता है. कई बार टच में दिक्कत आने लगती है. वहीं पतले टेम्पर्ड में उनके जल्दी टूटने और स्क्रीन को नुकसान पहुंचने का खतरा रहता है.

  • टेम्पर्ड में अगर कहीं से क्रैक आ गया है तो उसे फौरन बदल दें. टूटे हुए टेम्पर्ड के साथ फोन न चलाएं. इससे आपकी उंगली को नुकसान पहुंच सकता है.

  • संभव हो तो टेम्पर्ड के साथ फोन पर फ्लिप कवर भी लगाएं. इससे गिरने की स्थिति में फोन को डबल लेयर सुरक्षा मिलेगी और स्क्रीन डैमेज नहीं होगी.


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