सोशल मीडिया पर खींचतान के बीच जानिए भारत में फेसबुक, वाट्सएप, ट्विटर, इंस्टाग्राम के अलग अलग कितने यूजर्स हैं
भारत सरकार ने फरवरी में नई गाइडलाइन लागू करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का मालिकाना हक रखने वाली कंपनियों को तीन महीने का वक्त दिया था. Facebook, Twitter, Whatsapp और Instagram जैसी बड़ी कंपनियों ने डेडलाइन तक गाइडलाइन को लागू नहीं किया और अब इन पर बैन का खतरा मंडरा रहा है.
भारत में सोशल मीडिया से जुड़ी नई गाइडलाइन की डेड लाइन समाप्त होने के बाद Facebook, WhatsApp, Twitter और Instagram जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स पर बैन होने का खतरा मंडरा रहा है. भारत सरकार ने फरवरी में सोशल मीडिया से जुड़ी नई गाइडलाइन जारी करते हुए कंपनियों को इसे लागू करने के लिए तीन महीने का वक्त दिया था. नई डेडलाइन लागू करने की आखिरी तारीख 25 मई थी. अगर भारत सरकार गाइडलाइन लागू नहीं करने वाली कंपनियों को बैन करती है तो सरकार के फैसले से करोड़ो यूजर्स प्रभावित हो सकते हैं.
केंद्र सरकार ने फरवरी में नई गाइडलाइन के एलान के वक्त व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे बड़े प्लेटफॉर्म पर मौजूद यूजर्स की जानकारी दी थी. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जानकारी दी थी कि करीब 54 करोड़ यूजर्स के साथ व्हाट्सएप भारत में सबसे बड़ा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है.
ट्विटर पर हैं सिर्फ 1.5 करोड़ यूजर्स
यूजर्स के मामले में यूट्यूब भारत में दूसरे और फेसबुक तीसरे मामले पर है. भारत में यूट्यूब चलाने वाले यूजर्स की संख्या करीब 45 करोड़ है. देश में 41 करोड़ यूजर्स ऐसे हैं जो कि फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं.
पिछले कुछ सालों में इंस्टाग्राम भारत में काफी तेजी से पॉपुलर हुआ है. इंस्टाग्राम के इंडिया में करीब 21 करोड़ यूजर्स हैं और वह देश में चौथा सबसे बड़ा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है.
ट्विटर हालांकि यूजर्स के मामले में व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम से बहुत ज्यादा पीछे है. केंद्र सरकार की ओर से फरवरी में जो जानकारी दी गई थी उसके मुताबकि ट्विटर के इंडिया में सिर्फ 1.5 करोड़ यूजर्स हैं.
क्या कहती है नई गाइडलाइन?
केंद्र सरकार ने नई गाइडलाइन जारी कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भारत में नोडल ऑफिसर, रेसिडेंट ग्रीवांस ऑफिसर अप्वाइंट करने के आदेश दिए थे. इस ऑफिसर को 15 दिनों के अंदर OTT कंटेंट के खिलाफ मिलने वाली शिकायतों का निपटारा करना होगा.
इतना ही नहीं नई गाइडलाइन के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को एक मंथली रिपोर्ट जारी करनी होगी. इस रिपोर्ट में कंपनियों को शिकायतों और उनके निपटारे की जानकारी देनी होगी. किस कंटेंट को हटाने की क्या वजह थी इसके बारे में भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को जानकारी देनी होगी.
Koo App ने लागू की गाइडलाइन
भारत में ट्विटर को चुनौती देने के लिए बने Koo App ने सरकार की नई गाइडलाइन को लागू कर दिया है. फेसबुक ने कहा है कि वह नई गाइडलाइन पर सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है. ट्विटर ने हालांकि गाइडलाइन को लागू करने के लिए 6 महीने का वक्त और मांगा है.