नई दिल्ली: देश में आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने 'स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर चैलेंज' की शुरुआत की है. इस कॉन्टेस्ट में भाग लेने के लिए 18 अगस्त से रजिस्ट्रेश प्रोसेस शुरू कर दिया गया है. पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर देखा जा रहा है.
मिलेंगे इतने रुपये
केंद्र सरकार के इस कॉन्टेस्ट के सेमी-फाइनल में पहुंचने वाली 100 टीमों को रिवॉर्ड के रूप में एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे. वहीं फाइनल में पहुंचने वाली 25 टीमों को रिवॉर्ड के तौर पर कुल 1.00 करोड़ रुपये मिलेंगे. इसके अलावा फिनाले में आने वाली 10 टीमों को कुल 2.30 करोड़ रुपये का सीड-फंड दिया जाएगा और 12 महीने तक इन्क्यूबेशन सपोर्ट दिया जाएगा.
रविशंकर प्रसाद ने की शुरुआत
केंद्रीय कानून एवं न्याय, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर चैलेंज 'आत्मनिर्भर' भारत के लिए नवाचार समाधान क शुरुआत की घोषणा की. इसका मकसद देश में स्टार्ट-अप, नवाचार और रिसर्च के मजबूत ईकोसिस्टम को और गति प्रदान करना है. इस कॉन्टेस्ट के तहत इनोवेटिव, स्टार्टअप और स्टूडेंट्स को इनवाइट किया गया है कि वे इन माइक्रोप्रोसेसरों का उपयोग करते हुए अलग-अलग टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट को डेवलप करें.
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