Tiktok CEO Shou Zi Chew Clarified: शॉर्ट फॉर्मेट वाला वीडियो प्लेटफॉर्म Tiktok चीन को डेटा सौंपने के लिए आजकल चर्चा का पात्र बना हुआ है. कंपनी के CEO Shou Zi Chew ने कहा, "हमने चीन सरकार को कभी भी अमेरिकी नागरिकों का कोई डेटा नहीं दिया है." एक पत्र के माध्यम से 9 lawmakers को संबोधित करते हुए टिकटॉक के सीईओ ने कहा "हम सुरक्षा और प्राइवेसी के दृष्टिकोण से सबसे अधिक छानबीन वाले प्लेटफार्मों में से हैं. हमारा लक्ष्य अमेरिकी यूजर्स के डेटा की सुरक्षा और प्राइवेसी को लेकर किसी भी संदेह को दूर करना है".


कंपनी के CEO ने इस पत्र से यह भी साझा किया कि कैसे अब टिकटॉक, अमेरिकी कंपनी Oracle के सर्वर पर ही काम कर रही है. इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी बताया कि उनकी योजना है कि अमेरिकी यूजर्स का डेटा अब टिकटॉक के सर्वर की बजाए Oracle के सर्वर पर ही स्टोर किया जाएगा. Chew ने इस बात पर भी जोर दिया कि उन्हें CCP (Chinese Community Party) से इस तरह के डेटा के लिए मांग नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि हमने अमेरिका के यूजर्स का डेटा CCP को नहीं दिया है और अगर हम से मांगा भी जाएगा तो तब भी हम नहीं देंगे.


खबर सामने आई थी कि टिकटॉक की पेरेंट कंपनी बाइटडांस के चीन स्थित कर्मचारी बार-बार यूएसए में टिकटॉक यूजर्स के डेटा को access कर रहे थे. रिपोर्ट के मुताबिक, 80 से अधिक आंतरिक टिकटॉक meetings की लीक हुई ऑडियो के अनुसार, चीन में इंजीनियरों ने सितंबर 2021 और जनवरी 2022 के बीच अमेरिकी डेटा को एक्सेस किया था.


पिछले महीने Federal Communications Commission के एक सदस्य ने भी कहा, "Google और Apple को अपने प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से टिकटॉक ऐप को हटा देना चाहिए." जानकारी के लिए बता दें कि भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए टिकटॉक को सन 2020 में ही बैन कर दिया था. इसके अलावा सरकार ने पिछले वर्ष सितंबर में 118 अन्य चीनी ऐप्स को भी बैन किया था.


 


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