PNR नंबर में छुपी होती हैं ये बातें? जानें टिकट बनते समय कैसे होता है जनरेट
PNR Number: जब आप ट्रेन का टिकट बुक करते हैं, तो आपको एक 10-अंकों का यूनिक नंबर मिलता है जिसे PNR नंबर कहा जाता है. PNR का मतलब है Passenger Name Record.
PNR Number: जब आप ट्रेन का टिकट बुक करते हैं, तो आपको एक 10-अंकों का यूनिक नंबर मिलता है जिसे PNR नंबर कहा जाता है. PNR का मतलब है Passenger Name Record. यह नंबर आपके यात्रा की पूरी जानकारी को स्टोर करता है, जैसे कि यात्री का नाम, यात्रा की तारीख, ट्रेन नंबर, सीट नंबर, और बोर्डिंग स्टेशन. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह PNR नंबर कैसे बनता है? आइए इसे विस्तार से समझते हैं.
PNR नंबर कैसे बनता है?
PNR नंबर कुल मिलाकर 10 अंकों का होता है और इसे तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है:
पहले तीन अंक
PNR नंबर के शुरुआती तीन अंक यह दर्शाते हैं कि आपका टिकट किस जोनल रेलवे से जारी किया गया है. भारतीय रेलवे को पांच जोनल नेटवर्क में बांटा गया है, जैसे:
1 से 3: यह उत्तरी रेलवे (Northern Railway) से संबंधित है.
4 से 6: यह दक्षिणी रेलवे (Southern Railway) को दर्शाता है.
7 से 9: यह पूर्वी रेलवे (Eastern Railway) से जुड़े टिकटों को दर्शाता है.
यह कोड यह तय करता है कि आपका टिकट कहां से जारी हुआ है. उदाहरण के लिए, अगर आप दिल्ली से टिकट बुक कर रहे हैं, तो यह उत्तरी रेलवे से जुड़ा होगा.
अगले सात अंक
बाकी के सात अंक आपके यात्रा से संबंधित पूरी जानकारी रखते हैं. यह एक यूनिक आईडेंटिफिकेशन नंबर होता है जो कम्प्यूटर सिस्टम द्वारा जनरेट किया जाता है. यह नंबर टिकट बुकिंग के समय की तारीख, समय और अन्य डिटेल्स के आधार पर बनाया जाता है.
PNR में क्या-क्या जानकारी होती है?
PNR नंबर में आपकी यात्रा से जुड़ी निम्नलिखित जानकारियां होती हैं:
- यात्री का नाम और उम्र.
- ट्रेन नंबर और नाम.
- यात्रा की तारीख और समय.
- बोर्डिंग स्टेशन और डेस्टिनेशन.
- टिकट की स्थिति (कन्फर्म, वेटिंग, या RAC).
- सीट और कोच नंबर.
PNR नंबर क्यों जरूरी है?
PNR नंबर से आप अपनी यात्रा की स्थिति आसानी से ट्रैक कर सकते हैं. इसके जरिए आप जान सकते हैं कि आपका टिकट कन्फर्म हुआ है या वेटिंग लिस्ट में है. यह रेलवे के लिए भी यात्रियों की जानकारी सुरक्षित रखने का एक तरीका है. PNR नंबर एक साधारण सा दिखने वाला कोड है, लेकिन इसमें आपकी यात्रा से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी छिपी होती है. जब भी आप अगली बार ट्रेन टिकट बुक करें, तो इस यूनिक नंबर को संभालकर रखें, क्योंकि यह आपकी यात्रा का पहचान पत्र है.
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