Tips: डार्क मोड में कभी यूज नहीं करें स्मार्टफोन, हो सकता है ये भारी नुकसान
स्मार्टफोन यूजर्स इसे डार्क मोड में यूज करने लगे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं यह आपकी नाज़ुक आंखों के लिए बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता है. अगर नहीं जानते हैं तो ये खबर पढ़ने के बाद जरूर जान जाएंगे.
स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का हिस्सा बन चुके हैं ये बात सभी जानते हैं, लेकिन लॉकडाउन में घर पर बैठे-बैठे इनका यूज पहले से ज्यादा बढ़ गया है. स्मार्टफोन को आजकल डार्क मोड में यूज करने का चलन तेजी से बढ़ा है. यूजर्स ज्यादातर ऐप्लीकेशंस इसी मोड में इस्तेमाल करने लगे हैं. डार्क मोड दिखने में भले ही अच्छा लगता है लेकिन आप शायद इससे होने वाले नुकसान के बारे में नहीं जानते होंगे. आज हम आपको इन्हीं नुकसान से आगाह करेंगे.
बढ़ा डार्क मोड का क्रेज
इस समय स्मार्टफोन के अलग-अलग ऐप्स के लिए डार्क मोड फीचर काफी ट्रेंडिंग में है. डार्क मोड ऑन होने पर स्मार्टफोन की डिस्प्ले डार्क या ब्लैक कलर में हो जाती है. जिसकी वजह से कम रोशिनी आंखों में जाती है और ज्यादा देर तक आप फोन का इस्तेमाल बिना थके कर सकते हैं. लेकिन डार्क मोड जहां दिन में ठीक रहता है तो वहीं रात के समय यह नुकसानदायक साबित होता है.
कमजोर होगा विजन
अगर आप लंबे समय से अपने स्मार्टफोन पर डार्क मोड इस्तेमाल करते हैं तो बाद में आपकी आंखें उसे ही अडॉप्ट कर लेती हैं और वाइट कलर का टेक्स्ट पढ़ना बेहतर लगता है. लेकिन जब आप लाइट मोड पर जाते हैं तो इसका असर आपकी आंखो पर पड़ता है, और विजन कमजोर होने लगता है.डार्क मोड का ज्यादा इस्तेमाल आंखों की बीमारी का कारण बन सकता है. लाइट से डार्क टेक्स्ट के बीच स्विच करने के बाद आपकी आंखें अचानक इस चेंज को अडॉप्ट नहीं कर सकती हैं और ऐसे में ब्राइटबर्न की स्थिति भी दिख सकती है.
आंखों में हो सकती है ये दिक्कत
अमेरिकन ऑप्टोमेट्रिक एसोसिएशन के मुताबिक, डार्क मोड इस्तेमाल करने वाले लोगों में एस्टिगमेटिज्म नाम की बीमारी सामने आ रही है. जिसमे एक आंख या फिर दोनों आंखों के कॉर्निया का शेप कुछ अजीब सा हो जाता है और ब्लर दिखने लगता है. जिसकी वजह से लोग वाइट बैकग्राउंड पर ब्लैक टेक्स्ट के मुकाबले ब्लैक बैकग्राउंड पर वाइट टेक्स्ट आसानी से नहीं पढ़ सकते. डिस्प्ले ब्राइट होने पर आइरिस छोटा हो जाता है, जिससे कम लाइट आंख में जाए और डार्क डिस्प्ले के साथ उल्टा होता है. ऐसे में आंख के फोकस पर असर पड़ता है.
कम रखें ब्राइटनेस
आंखों पर डार्क मोड की वजह से अगर कोई नुकसान नहीं होने देना चाहते हैं तो आपको डार्क मोड और लाइट मोड दोनों को बीच-बीच में स्विच करते रहना चाहिए, जहां तक संभव हो स्मार्टफोन के डिस्प्ले की ब्राइटनेस कम ही रखना चाहिए. दिन में लाइट मोड का इस्तेमाल करें जबकि रात में डार्क मोड का इस्तेमाल करना ठीक रहेगा.
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