Refurbished Laptop: भारत में आज के समय में एक वर्ग ऐसा भी है जो नया मोबाइल और लैपटॉप न लेकर रिफर्बिश्ड गैजेट ले रहे हैं. रिफर्बिश्ड गैजेट आमतौर पर नए गैजेट से कम दाम में मिल जाते हैं. पैसे बचाने के चक्कर में लोग इन्हें खरीद भी लेते हैं. लेकिन कुछ समय बाद वो गैजेट अच्छे से काम नहीं करते हैं और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. इन परेशानियों से बचने के लिए आपको कुछ खास चीजों का ध्यान रखकर रिफर्बिश्ड गैजेट खरीदने चाहिए. इन चीजों का ध्यान रखने से आपको और आपके डिवाइस को कोई परेशानी नहीं होगी.


खरीदने से पहले चेक करें वारंटी और रिटर्न पॉलिसी


अगर आप रिफर्बिश्ड लैपटॉप खरीद रहे हैं. तो आपको उसकी वॉरंटी और रिटर्न पॉलिसी पहले चेक करनी चाहिए. रिफर्बिश्ड लैपटॉप खरीदने से पहले इस बात का खास ध्यान रखें कि उसपर आपको 6 महीने की कम-से कम वारंटी मिल रही हो. वहीं दूसरी तरफ रिटर्न पॉलिसी को भी देख लें. ताकि भविष्य में अगर आपके लैपटॉप में कोई समस्या आती है तो उसे वापस कर सकें. 


विश्वसनीय विक्रेता से खरीदें


रिफर्बिश्ड लैपटॉप खरीदने से पहले जिस भी विक्रेता या कंपनी से आप खरीद रहे हैं उसकी अच्छे से जानकारी ले लें. आप विक्रेता या कंपनी की रिव्यू और रेटिंग भी चेक कर सकते हैं. अगर आप अच्छी जगह से खरीदते हैं तो रिफर्बिश्ड लैपटॉप अच्छी कीमत और अच्छी कंडीशन में मिल सकता है.


ग्रेडिंग और कंडीशन देखें


बता दें कि रिफर्बिश्ड लैपटॉप की ग्रेडिंग (Grade A, B, C) के रूप में होती है. Grade A सबसे अच्छा होता है. अगर आप Grade A ग्रेडिंग का लैपटॉप लेते हैं तो आपका लैपटॉप अच्छे से पर्फाम करेगा. 


लैपटॉप की बैटरी लाइफ


इलेक्ट्रॉनिक गैजेट में खरीदते वक्त सबसे ज्यादा ध्यान उसकी बैटरी पर होना चाहिए. रिफर्बिश्ड लैपटॉप की बैटरी लाइफ कितनी है. कम बैटरी लाइफ वाला रिफर्बिश्ड लैपटॉप न खरीदें.


जरूरी सॉफ्टवेयर होने चाहिए इंस्टॉल


रिफर्बिश्ड लैपटॉप खरीदते वक्त उसमें मौजूद ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर को अच्छे से चेक कर लें. ये भी सुनिश्चित करें कि एक्सटेंडेड वारंटी-एंटी-वायरस सब्सक्रिप्शन की सुविधाओं मिल रही है कि नहीं.


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