आजकल सभी के पास मोबाइल है. सभी लोग अलग-अलग कंपनियों की सिम इस्तेमाल करते हैं. जिससे ग्राहकों को बेहतर सर्विस और इंटरनेट की सुविधा मिल सके. आपको बता दें कि जब कोई फोन नंबर ग्राहक बंद कर देता है तो एक निश्चित समय के बाद वह नंबर दूसरे ग्राहक को दे दिया जाता है.
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अभी तक इस बात की जानकारी सर्विस प्रोवाइडर को नहीं होती थी. इस स्थिति में ग्राहकों की निजि जानकारी के किसी और तक आसानी से पहुंच सकती है. ट्राई के अधिकारियों का कहना है कि इसका गलत इस्तेमाल भी हो सकता है. साथ ही पुराने ग्राहकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
ट्राई के अधिकारियों का कहना है कि इंश्योरेंस कंपनी और बैंक इत्यादि के पास ऐसा कोई प्लैटफॉर्म नहीं है, जहां से उन्हें लगातार बंद रहे नंबर की अपडेटेड जानकारी मिले सके. जिससे वह अपना डेटाबेस अपडेट कर सके. ट्राई का कहना है कि इन सर्विस प्रोवाइडर के पास भी अपडेट फोन नंबर की जानकारी होनी चाहिए. जिससे पारदर्शिता बनी रहे.
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