प्रमोशनल SMS रोकने के लिए TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को 1 सितंबर 2024 की डेडलाइन दी थी. लेकिन स्टेकहोल्डर्स की मांग पर इसे 1 अक्टूबर 2024 तक बढ़ा दिया गया है. दरअसल, ट्राई स्पैम और फेक कॉल्स को रोकने पर जोर दे रहा है और अगर किसी ने भी इसका उल्लंघन किया तो ब्लैकलिस्ट किया जाएगा. ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों से URL/APK लिंक पर भी लगाम लगाने के निर्देश दिए थे. ट्राई के आदेश पर टेलीकॉम कंपनियां डेडलाइन तक काम पूरा करने की कोशिश कर रही है.
ट्राई ने दिए थे ये निर्देश
ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों को प्रमोशनल मैसेजेज को रोकने के लिए निर्देश दिए थे. इसकी डेडलाइन 1 सितंबर की थी. लेकिन अब इसकी डेडलाइन को आगे बढ़ाते हुए 1 अक्टूबर 2024 की तारीख तय कर दी गई है. ट्राई चाहती है कि वह जल्दी ही फेक और स्पैम कॉल्स पर लगाम लगाए. ट्राई ने कहा था कि अगर कोई एंटिटी स्पैम कॉल करने के लिए अपनी एसआईपी/पीआरआई लाइनों का दुरुपयोग करती है, तो एंटिटी के सभी दूरसंचार संसाधनों को उसके दूरसंचार सेवा प्रदाता (टीएसपी) द्वारा काट दिया जाएगा. इतना ही नहीं, उस इकाई को ब्लैकलिस्ट भी कर दिया जाएगा.
आदेश पर काम कर रहे हैं टेलीकॉम ऑपरेटर्स
टेलीकॉम ऑपरेटर्स पहले से ही इस आदेश पर काम कर रहे हैं. टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने ट्राई से थोड़ा समय और मांगा था, जिसके बाद इसे 1 अक्टूबर 2024 तक कर दिया गया है. इन दिनों स्पैम मैसेज और कॉल के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में ट्राई ने कहा था कि स्पैम SMS को डिलीवर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. साथ ही URL/APK लिंक पर लगाम लगाने के निर्देश दिए थे. बता दें कि स्कैमर्स URL/APK लिंक के द्वारा बैंकिंग डिटेल भी यूजर्स की चोरी कर लेते हैं, जिसके बाद उनके साथ फाइनेंशियल फ्रॉड होता है.
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