Elon Musk ने नाम X तो रख दिया लेकिन कभी भी आ सकती है कानूनी मुसीबत, क्यों?
Twitter as X: ट्विटर का नाम अब X हो गया है और कंपनी का लोगो भी चिड़िया से बदलकर काले और सफेद रंग का X वर्ड बन गया है. एलन मस्क ने ये बड़ा बदलाव बीते दिन किया है.
Twitter new logo: एलन मस्क कई बार ये कह चुके हैं कि उन्हें X वर्ड काफी पसंद है. उनकी कई कंपनियों के नाम में इस लेटर को उन्होंने शामिल किया है. जैसे spaceX, Xai आदि. लम्बे समय से मस्क ट्वीटर का नाम और लोगो बदलने की सोच रहे थे. कल आखिरकार उन्होंने ये काम किया और अब X वर्ड से ये उनकी तीसरी कंपनी हो गई है. हालांकि मस्क ने कंपनी का नाम जितने जल्दी बदल दिया है, ये उतना आसान कानूनी रूप से नहीं है. मस्क की कंपनी पर किसी भी व्यक्त कोई भी केस दर्ज कर सकता है. ऐसा हम क्यों कह रहे हैं वो जानिए.
कोई भी ठोक सकता है केस
दरअसल, एलन मस्क ने X नाम कंपनी के लिए चुन तो लिया है लेकिन इस वर्ड से जुड़े पेटेंट और दूसरे लाइसेंस कई कंपनियों के पास मौजूद हैं. मेटा और माइक्रोसॉफ्ट के पास इस वर्ड से जुड़े इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स हैं. क्योकि ये वर्ड पॉपुलर है इसलिए इससे जुड़े राइट्स कई लोगों के पास मौजूद हैं. कम्पनियां किसी भी समय एलन मस्क की कंपनी पर केस कर सकती हैं. ट्रेडमार्क वकील जोश गेरबेन ने कहा कि इस बात की 100% संभावनाएं हैं कि ट्विटर इस पर किसी के द्वारा केस में जूझ सकता है. लॉयर ने कहा कि उन्होंने लगभग 900 एक्टिव अमेरिकी ट्रेडमार्क पंजीकरणों की गिनती की है जो पहले से ही अपने बिजनेस में X वर्ड का यूज करते हैं. अगर ये कंपनियां चाहें तो मस्क के खिलाफ केस कर सकती हैं.
मेटा और माइक्रोसॉफ्ट के पास पहले से है ट्रेडमार्क
X वर्ड से जुड़ा ट्रेडमार्क माइक्रोसॉफ्ट के पास 2003 से है जो उसने अपने Xbox वीडियो-गेम सिस्टम के लिए लिया हुआ है. इसी तरह मेटा ने 2019 में X वर्ड से जुड़ा ट्रेडमार्क सॉफ्टवेयर और सोशल मीडिया से जुड़े क्षेत्रो के लिए लिया है. कंपनी ने नीले और सफेद रंग के X लेटर को पेटेंट किया है. ट्रेडमार्क वकील जोश गेरबेन ने कहा कि मेटा और माइक्रोसॉफ्ट तब तक मुकदमा नहीं करेंगे जब तक उन्हें मस्क की कंपनी से खतरा महसूस नहीं होता लेकिन दूसरी कंपनियां किसी भी वक्त ऐसा कर सकती हैं.
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