(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Twitter News: अश्लील कंटेंट फैलाने के आरोप में ट्विटर ने बैन किए 54 हजार से ज्यादा भारतीय खाते
Twitter banned accounts: बच्चों और आतंकवाद से जुड़ी आपत्तिजनक सामग्री को बढ़ावा देने के लिए ट्विटर ने भारत में 54K से अधिक खातों को बैन कर दिया है.
Twitter banned Indian Accounts: ट्विटर ने 26 अगस्त से 25 सितंबर के बीच बाल यौन शोषण, गैर-सहमति से नग्नता और आतंकवाद का सपोर्ट करने के आरोप में भारत में 52,141 खातों को बैन कर दिया है. माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म, जिस पर अब एलोन मस्क का मालिकाना हक है, ने अपने प्लेटफॉर्म पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए 1,982 खातों को भी हटा दिया. ट्विटर ने नए आईटी नियम, 2021 के अनुपालन में अपनी मासिक रिपोर्ट में कहा कि उसे अपने शिकायत निवारण तंत्र के माध्यम से एक ही समय-सीमा में भारत में यूजर्स से 157 शिकायतें मिलीं और उन यूआरएल में से 129 पर कार्रवाई की गई है.
ट्विटर ने बताया कि इसके अलावा, हमने 43 शिकायतों पर कार्रवाई की, जो ट्विटर अकाउंट के बैन की अपील कर रही थीं. इन सभी का समाधान किया गया और उचित प्रतिक्रियाएं भेजी गईं. ट्विटर ने कहा, हमने स्थिति की बारीकी से समीक्षा करने के बाद इनमें से किसी भी खाते के निलंबन को वापस नहीं लिया. सभी खाते निलंबित हैं. पिछले महीने, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा था कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी की शिकायतों में ट्विटर से मिले जवाब अधूरे थे और आयोग उनसे संतुष्ट नहीं था.
चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर दिल्ली महिला आयोग ने लिया था संज्ञान
मालीवाल ने 20 सितंबर को ट्विटर इंडिया पॉलिसी हेड और दिल्ली पुलिस को माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर महिलाओं और बच्चों के साथ चाइल्ड पोर्नोग्राफी और रेप वीडियो दिखाने वाले ट्वीट्स पर तलब किया था. बच्चों से जुड़े यौन कृत्यों के वीडियो और तस्वीरों को खुले तौर पर दिखाए जाने वाले कई ट्वीट्स पर स्वत: संज्ञान लेते हुए, आयोग ने कहा कि अधिकांश ट्वीट्स में बच्चों को पूरी तरह से नग्न दिखाया गया है. उनमें से कई में बच्चों और महिलाओं के साथ बलात्कार और अन्य गैर-सहमति वाली यौन गतिविधि दिखाई गई हैं.
कंपनी ने कहा कि वह 'बाल यौन शोषण को बढ़ावा देने वाले किसी भी कंटेंट को बर्दाश्त नहीं करती है. चाहे वह सीधे संदेश में हो या फीड में इससे पहले मस्क ने ट्विटर पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी के ट्वीट्स की मौजूदगी के बारे में रिपोर्टों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है. नए आईटी नियम 2021 के तहत 50 लाख से अधिक यूजर्स वाले बड़े डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को मासिक अनुपालन रिपोर्ट जारी करनी होगी.
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