सिर्फ 15,000 का बजट और ChatGPT की मदद लेकर 2 दोस्तों ने खड़ी कर दी करोड़ों की कंपनी
DimeADozen: हैडिंग पढ़कर आपको शायद ही यकीन हो कि ऐसा कोई कर सकता है लेकिन ये बात 100% सच है. जानिए कैसे 2 दोस्तों ने ये कारनामा कर दिखाया.
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ओपन एआई के चैटबॉट चैट जीपीटी का इस्तेमाल करते हुए दो दोस्तों ने 1 करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी. हैरानी की बीत ये है कि उन्होंने कंपनी में सिर्फ 15,000 रुपये अपने जेब से लगाए. सीएनबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सैल ऐएलो और मोनिका पॉवर्स नाम के 2 दोस्तों ने लगभग 185 डॉलर का एक छोटा सा निवेश अपने आइडिया पर किया और चैटजीपीटी की मदद से इसे एक सफल एआई स्टार्टअप में बदल दिया. बाद में उन्होंने इस कंपनी को 1,50,000 डॉलर यानि 1 करोड़ रुपये में बेच दिया. 2 दोस्तों की ये यात्रा बताती है कि किस तरह टेक्नोलॉजी और इनोवेशन मिलकर जिंदगी को बदल सकती है.
वर्चुअल स्टार्टअप में हुई मुलाकात
सैल ऐएल्लो और मोनिका पॉवर्स की पहली मुलाकात एक फेमस सिलिकॉन वैली स्टार्टअप एक्सेलेरेटर वाई कॉम्बिनेटर द्वारा आयोजित एक वर्चुअल स्टार्टअप संस्थापक मीटअप में हुई थी. दोनों ने आपस में एक आइडिया शेयर किया और अपने खाली समय में उसपर काम करने का फैसला किया. दोनों ने केवल 4 दिनों और लगभग 185 डॉलर के शुरुआती निवेश के साथ अपने एआई प्रोजेक्ट को शुरू किया.
शुरुआत में उन्होंने मार्केट रिसर्च के लिए चैट जीपीटी का इस्तेमाल अपने काम में किया. जैसे-जैसे उन्हें चैट जीपीटी का इस्तेमाल करना आ गया वैसे-वैसे उनका काम बढ़ते चले गया. सैल ऐएल्लो एक टेक स्टार्टअप में सीटीओ के रूप में काम कर चुके थे जबकि पॉवर्स के पास डिजाइन और ब्रांडिंग कंपनी, मैस्कॉट का एक्सपीरियंस था. दोनों ने DimeADozen नाम की कंपनी लॉन्च की जो यूजर्स को अपने विचारों को एक फॉर्म में इनपुट करने की अनुमति देता था जिसका चैटजीपीटी प्रभावी ढंग से व्याख्या करता था. यानि अलग-अलग आइडिया का एक फुलप्रूव प्लान चैट जीपीटी लोगों को बताता था. इसके लिए वे 39 डॉलर चार्ज करते थे.
कुछ समय बाद दोनों के मन में कंपनी को बेचने का आइडिया आया. उन्होंने ये कंपनी फेलिप एरोसेमेना और डेनिएल डी कॉर्नेल को 150,000 डॉलर में बेच दी. साथ ही सैल ऐएल्लो और मोनिका पॉवर्स ने ये फैसला भी किया कि वे दोनों इस प्रोजेक्ट में फुल टाइम काम करेंगे. दोनों अब कंपनी में एडवाइजर के रूप में काम करेंगे.
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