True Wireless Earphones: TWS टेक्नोलॉजी ब्लूटूथ हेडफोन, इयरफोन और इयरबड्स से ही जुड़ी हुई है. पिछले कुछ समय में TWS का चलन बढ़ा है. TWS ऑडियो टेक्नोलॉजी के साथ कई ऑडियो प्रोडक्ट पेश हुए हैं. आपने भी अपने ब्लूटूथ इयरफोन या इयरबड्स खरीदते समय TWS का नाम जरूर सुना होगा. उस समय शायद आपने इस शब्द पर ध्यान न दिया हो, लेकिन यह फीचर बड़े काम का होता है. आज हम अपनी इस खबर में आपको ब्लूटूथ इयरफोन्स, स्पीकर्स में इस्तेमाल होने वाली TWS टेक्नोलॉजी के बारे में बताने जा रहे हैं. आइए जानते हैं.


TWS Earbuds क्या होते है?


TWS की फुल फॉर्म True Wireless Stereo होती है. इस फीचर के चलते ब्लूटूथ से दो ऑडियो डिवाइस को एक साथ कनेक्ट किया जा सकता है, जिनमे Left Channel को अलग और Right Channel को अलग इस्तेमाल किया जा सकता है. TWS Earbuds को True Wireless Earphones भी कहते हैं. इनके दोनो भाग एक दूसरे से जुड़े हुए नही होते और दोनो कान में अलग अलग लगाए जा सकते हैं. किसी सामान्य Wireless Earphone के मुकाबले True Wireless Earphones को इस तरह तैयार किया जाता है कि इसके साथ कोई वायर जुड़ा नही होता है.


ट्रू वायरलेस इयरफ़ोन कैसे काम करते हैं?


ट्रू वायरलेस तकनीक (True Wireless Technology) के आने से पहले वायरलेस हेडफ़ोन और ईयरफ़ोन में बाएँ और दाएँ चैनलों के बीच किसी प्रकार का कनेक्टर होता था, जो उन्हे आपस में जोड़ा करता था. अब  चाहे वह तार हो या हेडबैंड. ट्रू वायरलेस ईयरफ़ोन के आने के बाद पूरी  केबल चली गई है. इसमें हर ईयरबड की अपनी बैटरी, DAC, एम्पलीफायर और ब्लूटूथ चिप है. ईयरबड्स इंडिविजुअली स्रोत डिवाइस से कनेक्ट होते हैं. इसके अलावा ऐसा भी होता है कि एक प्रमुख ईयरबड स्रोत से जुड़ा होता है, और फिर यह इयरबड डिजिटल सिग्नल प्रदान करने के लिए दूसरे ईयरबड से भी जुड़ता है.


यह भी पढ़ें : ​iPhone 15 सीरीज की कीमत ने लोगों के उड़ाए होश, Samsung Galaxy Z Fold 5 के फीचर्स भी लीक​