Use of Phones While Driving: शहर में मोबाइल फोन की लत ड्राइवर की सीट पर बैठी हुई नजर आ रही है. गुरुवार को हुई एक दुर्घटना में पुलिस ने यह पाया कि पीछे ड्राइवर द्वारा मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया जा रहा था. ऐसे में ट्रैफिक उल्लंघन भी हो रहा है लेकिन लोगों में इसका कोई डर नहीं रह गया है. इस साल अगस्त तक पुलिस ने इस उल्लंघन के लिए 32,593 लोगों पर कार्रवाई करने का दावा किया है.
कानून हुआ बेअसर
हाल के वर्षों में ड्राइविंग के दौरान फोन के इस्तेमाल पर अभियोजन के मामलों में उतार-चढ़ाव देखा गया है. पुलिस डेटा के अनुसार, 2021 में 26,176 मामले दर्ज किए गए थे. 2022 में यह संख्या थोड़ी कम होकर 25,820 हो गई. हालांकि, 2023 में संख्या काफी घटकर 19,422 रह गई. पिछले साल पुलिस ने ड्राइविंग के दौरान मोबाइल फोन के इस्तेमाल के लिए पांच नोटिस जारी किए थे, जबकि इस साल 125 नोटिस जारी किए गए हैं.
इन क्षेत्रों में ज्यादा होता है कानून का उल्लंघन
कड़े कानूनों और जागरूकता अभियानों के बावजूद, शहर के ड्राइवर मोबाइल डिवाइस के कारण ध्यान भटकाने के शिकार हो जाते हैं. कानून प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा किए गए एक विश्लेषण से पता चला कि दिल्ली के कुछ क्षेत्रों में यह उल्लंघन अधिक होता है. ये हॉटस्पॉट्स पंजाबी बाग, तिलक नगर, कालकाजी, नांगलोई, करोल बाग, डिफेंस कॉलोनी, संगम विहार, द्वारका, सफदरजंग एन्क्लेव और नजफगढ़ शामिल हैं.
क्या कहता है नियम
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए ड्राइविंग करना गैरकानूनी माना जाता है. यह मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 184 के तहत अवैध है. इसका परिणाम 5,000 रुपये का जुर्माना और तीन महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन हो सकता है.
विशेषज्ञों के अनुसार, मोबाइल की लत लगना ही इस समस्या का कारण है. लोगों में स्मार्टफोन की लत इस कदर बैठ चुकी है कि वह बिना फोन के एक मिनट नहीं रह पा रहे हैं. इसी वजह से कई बार लोग ड्राइविंग के दौरान भी फोन का इस्तेमाल करते हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं.
यह भी पढ़ें:
₹5,000 का बंपर डिस्काउंट, OnePlus 12 सीरीज पर मिल रहा मस्त ऑफर