एक तरफ जहां दुनिया सैटेलाइट के जरिए मैसेज भेजने का इंतजार कर रही है, वहीं वोडाफोन ने इतिहास रच दिया है. वोडाफोन ने दावा किया है कि उसने सैटेलाइट के जरिए दुनिया की पहली "स्पेस वीडियो कॉल" की है. खास बात यह है कि इसके लिए किसी विशेष सैटेलाइट हैंडसेट की जरूरत नहीं पड़ी और साधारण 4G और 5G स्मार्टफोन्स के जरिए ऐसा किया जा सकता है. आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं.


क्या है इस नई टेक्नोलॉजी का फायदा


सैटेलाइट के जरिए कम्युनिकेशन सर्विस का यूज करने के लिए विशेष उपकरणों की जरूरत पड़ती है, लेकिन नई टेक्नोलॉजी को ऐसी कोई जरूरत नहीं है. यह साधारण स्मार्टफोन की मदद से सैटेलाइट सर्विस एक्सेस कर सकती है. इसे यूज करना बिल्कुल 4G और 5G नेटवर्क यूज करना जैसा है. कंपनी इस टेक्नोलॉजी को रोलआउट करना इसी साल शुरू कर देगी और अगले साल तक यूरोप में यह उपलब्ध हो जाएगी.


बिना नेटवर्क वाले इलाके से आई वीडियो कॉल


सर्विस की शुरुआत वोडाफोन की CEO Margherita Della Valle के पास आई एक कॉल से हुई. कंपनी के एक इंजीनियर ने बिना मोबाइल नेटवर्क कवरेज वाले वेल्स के पहाड़ों से Valle के पास कॉल की थी. इसकी जानकारी देते हुए Valle ने कहा कि कंपनी केवल सैटेलाइट सर्विस यूज कर रही थी, जो एक साधारण डिवाइस पर फुल मोबाइल का एक्सपीरियंस दे सके. इसलिए हमने वीडियो कॉल की थी. उन्होंने यह भी बताया कि यूरोप में कंपनी के 5G नेटवर्क अब सैटेलाइट टेक्नोलॉजी भी उपलब्ध है. इससे रिमोट इलाकों में कनेक्टिविटी की समस्या दूर होगी.


इस कंपनी की मदद ले रही वोडाफोन


वोडाफोन इस टेक्नोलॉजी के लिए लॉ-अर्थ ऑरबिट में मौजूद AST SpaceMobile के 5 ब्लूबर्ड सैटेलाइट की मदद ले रही है. इसकी मदद से कंपनी साधारण स्मार्टफोन पर 120Mbps की ट्रांसमिशन सर्विस प्रदान कर रही है. अब कंपनी की योजना जल्द से जल्द इस टेक्नोलॉजी को अपने यूजर्स को उपलब्ध कराने की है. 


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