E-Signature: ई-सिग्नेचर, या इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर, डिजिटल तरीके से दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर करने का एक आसान और सुरक्षित तरीका है. यह हस्ताक्षर कागज पर पेन से किए गए पारंपरिक हस्ताक्षर का डिजिटल विकल्प है. ई-सिग्नेचर का उपयोग अब सरकारी, व्यावसायिक और शैक्षणिक दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर करने के लिए बड़े पैमाने पर हो रहा है. ऐसे में डिजिटल रूप में हस्ताक्षर करने से कागज की बचत होती है और यह पूरे प्रोसेस को तेज़, सुविधाजनक और किफायती भी बनाता है.
कैसे काम करता है ई-सिग्नेचर?
ई-सिग्नेचर का इस्तेमाल करने के लिए एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म या सॉफ़्टवेयर की आवश्यकता होती है, जैसे Adobe Sign, DocuSign, या सरकारी eSign सुविधा. इसमें यूजर्स को डिजिटल हस्ताक्षर करने के लिए अपनी पहचान प्रमाणित करनी होती है. इसके बाद वह अपने हस्ताक्षर का इलेक्ट्रॉनिक वर्जन उस दस्तावेज़ पर अपलोड कर सकता है. ई-सिग्नेचर के लिए एक सुरक्षित, प्रमाणित डिजिटल आईडी का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे दस्तावेज़ की वैधता और सुरक्षा बनी रहती है.
ऑनलाइन फॉर्म में ई-सिग्नेचर कैसे करें?
- डिजिटल सिग्नेचर प्लेटफ़ॉर्म का चयन करें – सबसे पहले किसी विश्वसनीय डिजिटल सिग्नेचर प्लेटफ़ॉर्म को चुनें, जैसे DocuSign, Adobe Sign या भारत में eSign सेवाएं.
- अपनी पहचान सत्यापित करें – प्लेटफ़ॉर्म पर अकाउंट बनाने के बाद आपको अपनी पहचान प्रमाणित करनी होगी. यह आधार या अन्य डिजिटल पहचान प्रमाण के माध्यम से किया जा सकता है.
- दस्तावेज़ अपलोड करें – जिस दस्तावेज़ पर साइन करना है, उसे प्लेटफ़ॉर्म पर अपलोड करें.
- हस्ताक्षर करें – प्लेटफ़ॉर्म आपको दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करने का विकल्प देगा. यहां आप अपने हस्ताक्षर का डिजिटल संस्करण जोड़ सकते हैं.
- दस्तावेज़ को डाउनलोड करें – ई-सिग्नेचर करने के बाद, आप इसे सुरक्षित तरीके से सेव कर सकते हैं और संबंधित व्यक्ति को भेज सकते हैं. ई-सिग्नेचर ने कागज़ी कामकाज को सरल और सुरक्षित बना दिया है. यह न केवल समय की बचत करता है बल्कि दस्तावेज़ों की प्रामाणिकता भी सुनिश्चित करता है.
यह भी पढ़ें:
क्या इंसानों की नौकरी खा रहा है Artificial Intelligence? खुद एआई ने दिया चौंकाने वाला जवाब!