Incognito Mode इस्तेमाल करने पर भी यहां सेव होती है आपकी हिस्ट्री, ऐसे निकाल सकते हैं...
लगभग हर ब्राउजर में incognito mode नाम का एक फीचर मिलता है, जिसे private mode (प्राइवेट मोड) भी कहा जाता हैं. इनकॉग्निटो मोड का इस्तेमाल प्राइवेट सर्चिंग के लिए किया जाता है.
Incognito Mode : आज के समय में हम अभी अपनी अपनी जरूरत के हिसाब से इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं. इंटरनेट तक पहुंच हासिल करने के लिए हम ब्राउजर का सहारा लेते हैं. कई बार जब हम ऑफिस सिस्टम में काम कर रहे होते हैं, या फिर घर पर भी कॉमन सिस्टम इस्तेमाल कर रहे होते हैं तोहम अपनी सर्चिंग हिस्ट्री किसी को दिखाना नहीं चाहते हैं. अब इसमें अपनी -अपनी प्राइवेसी की बात है. ब्राउजर आपकी सर्च हिस्ट्री को अपने अंदर सहेज लेते है, अगर आप इसे डिलीट करने चाहें तो आपको अलग से हिस्ट्री में जाकर डिलीट करना पड़ेगा. हालांकि, ब्राउजर में एक इनकॉग्निटो मोड मिलता है, जिसके इस्तेमाल करने पर आपको हिस्ट्री सेव नहीं होती है.
अगर आप कुछ ऐसा सर्च करते हैं जिसकी हिस्ट्री सेव नहीं करना चाहते हैं तो इनकॉग्निटो मोड आपके काफी काम आ सकता है. आइए जानते हैं कि इनकॉग्निटो मोड क्या है?
Incognito Mode क्या है?
लगभग हर ब्राउजर में इनकॉग्निटो मोड नाम का एक फीचर मिलता है, जिसे private mode (प्राइवेट मोड) भी कहा जाता हैं. इनकॉग्निटो मोड का इस्तेमाल प्राइवेट सर्चिंग के लिए किया जाता है. इसका मतलब है कि इस मोड को ऑन कर अगर आप कुछ भी सर्च करते हैं तो वो ब्राउजिंग हिस्ट्री में सेव नहीं होगा.
गूगल क्रोम में Incognito Mode कैसे इस्तेमाल करें?
लगभग हर ब्राउजर में आपको इनकॉग्निटो मोड मिल जाएगा, लेकिन यहां हम क्रोम के बारे में इसलिए बता रहे हैं क्योंकि ज्यादातर लोग क्रोम का ही इस्तेमाल करते हैं. आइए प्रोसेस देखे...
- सबसे पहले अपने फोन में Google Chrome ओपन करें.
- अब ऊपर राइट साइड में मौजूद 3 डॉट्स पर क्लिक करें.
- अब आपके सामने एक मेनू ओपन होगा, इसमें आपको new incognito tab पर क्लिक करना है.
- अब आपकी स्क्रीन पर incognito tab खुल जाएगी. बता दें, इस टैब का रंग काला होगा. अब आप इसमें जो कुछ भी सर्च करेंगे वो हिस्ट्री में सेव नहीं होगा.
Incognito Mode की अनसुनी बातें
इस मोड के इस्तेमाल से आपकी निजी जानकारी चोरी नहीं होती. अगर आप किसी वेबसाइट पर अपनी डिटेल्स भरते हैं जैसे – नाम, पता, नंबर, इमेल आदि तो वो नॉर्मल मोड में तो आपके ब्राउज़र में सेव हो जाता है लेकिन इनकॉग्निटो मोड इस्तेमाल करने पर आपकी कोई जानकारी सेव नहीं होती है. इस मोड में सर्चिंग करने से फोन में आपको हिस्ट्री बेशक सेव नहीं होती है, लेकिन आपके इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर से आपकी ब्राउजिंग हिस्ट्री देखी जा सकती है. ऐसे में, अगर आप कुछ गलत काम करते हैं तो आपको आसानी से ट्रैक किया जा सकता है.
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