What is Mahadev Betting App: महादेव बेटिंग ऐप के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने गिरफ्तार कर लिया है. सूत्रों के मुताबिक, सौरभ चंद्राकर यूएई में बैठकर इस पूरे रैकेट को चलाता था. जांच में पता चला है कि सौरभ ब्यूरोक्रेट्स और पॉलिटिशियन का नेक्सेस तैयार कर भारत में इस ऐप को ऑपरेट करता था. इनका नेटवर्क मलेशिया, थाईलैंड, भारत और यूएई के अलग-अलग शहरों तक फैला हुआ था. ऐसे में जानते हैं कि क्या है महादेव बेटिंग ऐप? और पूरा मामला कहां से शुरू हुआ था. 


क्या है महादेव बेटिंग ऐप?


दरअसल, महादेव बेटिंग ऐप को कई वेबसाइट के जरिए ऑपरेट किया जाता है. ये एक सट्टेबाजी वाला ऐप है, जिसमें लोगों को पैसे लगाने को कहा जाता है. महादेव बुक की वेबसाइट के जरिए भारत में पोकर, कार्ड गेम्स, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल के मैच पर पैसे लगाए जाते हैं. लोग इसे जुए की तरह ज्यादा कमाई करने के लिए पैसे लगाते हैं.


महादेव बेटिंग ऐप मामले में अब तक कई सेलिब्रिटी, सिंगर्स, एक्टर और कॉमेडियन ED के रडार पर आ चुके हैं.  पिछले साल अक्टूबर में केन्द्रीय एजेंसी ने महादेव बेटिंग ऐप के मामले में कोलकाता, भोपाल, मुंबई में कई जगह छापेमारी की. जांच में पता चला कि इस बेटिंग ऐप का हेड क्वार्टर UAE में है. इस ऐप्स को लेकर यूजर्स ने शिकायत की थी. इन ऐप्स का लिंक चीन से भी होने का आरोप लगा था.


किसने की थी इस ऐप की शुरुआत


इस ऐप की शुरुआत साल 2019 में सौरभ चंद्राकर ने की थी. सौरभ भिलाई में जूस फैक्ट्री के नाम से एक छोटी सी जूस की दुकान चलाता था. इसी दौरान उसकी मुलाकात रवि उप्पल नाम के एक शख्स से हुई थी. बाद में दोनों ने एक साथ काम करने का फैसला लिया. साल 2017 में दोनों ने ऑनलाइन सट्टेबाजी के जरिए पैसा कमाने के लिए एक वेबसाइट तैयार किया. साल 2019 में सौरभ दुबई चला गया और वहां पहुंचते ही दोनों ने महादेव बुक ऑनलाइन के नाम से एक बेटिंग वेबसाइट और ऐप तैयार की. ऐप का प्रचार प्रसार करने के लिए उन्होंने बॉलीवुड सेलेब्स का भी सहारा लिया. 


कैसे काम करता था ये नेटवर्क?


ये कंपनी बेहद शातिर तरीके से काम करती थी. लोगों को सट्टेबाजी के लिए जोड़ा जाता था और ज्यादा पैसा कमाने का लालच दिया था. कंपनी के साथ जुड़ने के लिए यूजर बताए गए नंबर पर संपर्क करते थे. जिसके बाद यूजर्स को प्राइवेट ग्रुप में जोड़ा जाता था. इसके बाद उन्हें कुछ वेबसाइट्स पर अपनी आईडी क्रिएट करने के लिए कहा जाता था.


एक बार आईडी बन जाने के बाद यूजर्स को दो फोन नंबर दिए जाते थे. इसके एक फोन नंबर के माध्यम से ये यूजर्स आईडी में पैसे के साथ प्वाइंट जमा करते थे. वहीं, दूसरा नंबर दूसरा नंबर आईडी के प्वाइंट को भुनाने और वेबसाइट से संपर्क करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था. इसके बाद यूजर्स बेनाम खाते में पैसे जमा करते थे और जीतने के बाद उसी खाते से वह अपना पैसा निकाल भी लेते थे. सौरभ चंद्राकर पर आरोप है कि उन्होंने महादेव एप के जरिए 6000 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की,


महादेव बेटिंग ऐप का बॉलीवुड से कैसे जुड़ा कनेक्शन?


दरअसल, इसी साल फरवरी में दुबई में हादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की शादी थी. इसमें चार्टर्ड प्लेन से करीब 17 बॉलीवुड सेलेब्स को बुलाया गया था. जहां पर उनका स्टेज परफॉर्मेंस भी हुआ. आरोप है कि इस परफॉर्मेंस के बदले में उन्हें करोड़ों रुपये दिए गए थे. बॉलीवुड के कई कलाकारों पर महादेव बेटिंग ऐप की सपोर्टिंग ऐप को सपोर्ट करने का भी आरोप है. फिलहाल पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.


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