What is Metaverse : मेटावर्स एक ऐसी मायावी दुनिया, जहां आपकी मौजूदगी नकली होगी, लेकिन काम असली होंगे
Metaverse Feature : मेटावर्स की चर्चा पिछले कुछ दिनों से खूब हो रही है. लोग इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहते हैं. आज हम आपको बताएंगे इससे जुड़ी हर जानकारी. आप इससे क्या-क्या कर पाएंगे.
What is Metaverse Technology : पिछले कुछ दिनों से आप लगातार मेटावर्स (Metaverse) शब्द के बारे में सुन रहे होंगे. कई बड़ी कंपनियों, देशों की नजर इस पर है. इस पर अरबों रुपये का निवेश किया जा रहा है. दुनिया की सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (Facebook) ने भी अपना सारा फोकस इसी पर टिका दिया है. इन सब हलचल के बीच आम आदमी भी जानना चाहता है कि आखिर मेटावर्स में ऐसा क्या है, क्यों हर कोई इसकी बात कर रहा है और भविष्य में ये कैसे हमारी दुनिया को बदलने वाला है. आज हम आपके इन्हीं सवालों के जवाब यहां देंगे.
क्या है मेटावर्स
मेटावर्स (Metaverse) एक तरह की आभासी दुनिया है. इस तकनीक से आप वर्चुअल आइंडेंटिटी के जरिए डिजिटल वर्ल्ड (Digital World) में घुसते हैं. यानी आपका शरीर वहां नहीं होता, आपकी जगह आपका एक रूप वहां मौजूद होता है. यह एक अलग दुनिया होती है और यहां आपकी अलग पहचान होती है. मेटावर्स ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी, मशीन लर्निंग, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी कई टेक्नोलॉजी को मिलाकर काम करता है. इसके लिए वर्चुअल हेडसेट की जरूरत होती है. इसके जरिए आप वर्चुअल दुनिया में घुस जाते हैं.
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क्या-क्या हो सकता है
- भविष्य में इसके जरिए आप आप किसी भी वर्चुअल वर्ल्ड (Virtual World) में पहुंच सकते हैं. मान लीजिए वर्चुअल टूर के दौरान रास्ते में आपको कोई शोरूम दिखा तो आप वहां खरीदारी कर सकते हैं. इसके बाद वर्चुअली खरीदा गया आपका सामान हकीकत में आपके दिए पते पर पहुंच जाएगा.
- आप वर्चुअली ही किसी पार्टी, किसी शो में भी शामिल हो सकेंगे.
- आप ऑफिस (Office) से जुड़े काम या मीटिंग को भी वर्चुअली जाकर कंप्लीट कर सकेंगे. आपका शरीर घर पर रहेगा, जबकि आपका रूप उस लोकेशन पर. आप अपने हिसाब से कमांड देकर वो काम करा सकेंगे जो आप फिजिकली रहकर कर सकते हैं.
- आप अपने दोस्तों को भी इसी तरह बुलाकर वर्चुअली उनसे मिल सकते हैं. कोरोना (Corona) के बाद जिस तरह की परिस्थितियां बनी हैं, उस लिहाज से यह और महत्वपूर्ण हो जाता है. इस तरह घर में रहकर भी अपनों से मिलना काफी हिट हो सकता है.
- अनुमान जताया जा रहा है कि अगले 10-15 साल में मेटावर्स का दायरा इतना बड़ा हो जाएगा कि इस वर्चुअल दुनिया में भी कॉलोनी और शहर बसने लगेंगी. हालांकि अभी से ही कई खबरें ऐसी आई हैं जिसमें वर्चुअली प्लॉट खरीदने की बात है. ये डील करोड़ों रुपये में हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ समय पहले पॉपुलर मेटावर्स प्लैटफॉर्म सैंडबॉक्स ने एक वर्चुअल लैंड बेचा. इसे अमेरिका की एक वीडियो गेम कंपनी के डिवेलपर Republic Realm ने 4.3 मिलियन डॉलर्स यानी करीब 32 करोड़ रुपये में खरीदा.
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