मोबाइल इंश्योरेंस का कॉन्सेप्ट अभी ज्यादा पुराना नहीं है और बहुत से स्मार्टफोन चलाने वाले इसके बारे में नहीं जानते हैं, या इसे खरीदने के इच्छुक नहीं हैं. स्मार्टफोन की चोरी एक बहुत ही सामान्य घटना बन गई है, जिससे यूजर के लिए अपने डिवाइस का बीमा कराना और भी जरूरी हो गया है. हाई एंड स्मार्टफोन मतलब महंगे स्मार्टफोन के लिए, यह सुरक्षा और भी जरूरी है क्योंकि वे चोरी के लिए बहुत ही आकर्षित टारगेट हो सकते हैं.


पिछले कुछ सालों में स्मार्टफोन इंडस्ट्री में बड़े पैमाने पर बदलाव हुए हैं. स्मार्टफोन अब एक जरूरत बन गए हैं, जो हमें लगभग हर चीज में सहायता करते हैं जो हम करते हैं. जब पहली बार पेश किया गया था, तो स्मार्टफोन बहुत ही बुनियादी फीचर्स की पेशकश करते थे. ग्राहक अब पहले से कहीं अधिक स्मार्टफोन पर खर्च कर रहे हैं, जिसकी कीमत आसानी से एक लाख तक जा सकती है. 


चोरी के अलावा, एक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट होने के नाते, स्मार्टफोन हार्डवेयर या सॉफ़्टवेयर के खराब होने का बहुत ज्यादा खतरा होता है जो किसी दुर्घटना, ड्रॉप, पानी चले जाना, स्क्रीन टूटना या कई अन्य कारणों से हो सकता है. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए, आपके लिए अपने स्मार्टफोन का बीमा कराना एक अच्छा फैसला हो सकता है, ताकि डिवाइस को होने वाली किसी भी आंतरिक या बाहरी क्षति से बचाने में मदद मिल सके.


इंश्योरेंस कराने का बाद फोन के साथ ऐसा होने पर मिल सकता है क्लैम



  • फोन के अंदर पानी जाने के कारण फोन का खराब होना.

  • हार्डवेयर की खराबी जैसे खराब टचस्क्रीन, खराब ईयरफोन जैक या चार्जिंग पोर्ट की समस्या.

  • आग से नुकसान.

  • दंगा, हड़ताल, आतंकवादी गतिविधियों के कारण होने वाली क्षति से नुकसान होना.

  • स्क्रीन क्रैक हो जाना.

  • चोरी, घर में सेंधमारी, सेंधमारी के कारण डिवाइस का नुकसान.

  • सुरक्षित रूप से बंद गाड़ी या घर से डिवाइस का नुकसान.

  • डिवाइस के इंटीरियर का एक्सटीरियर कंपोनेंट को नुकसान.


अलग अलग कंपनियां हैं जो कि आपको मोबाइल का इंश्योरेंस प्रोवाइड कराती हैं इनमें ऐप्सडेली, वनअसिस्ट, सिंकएनस्कैन, ऑनसाइटगो और टाइम्स ग्लोबल इंश्योरेंस आदि शामिल हैं.


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